अखिलेश यादव के निर्णय से पल्लवी पटेल खफा, राज्यसभा उम्मीदवारों के लिए नहीं करेंगी मतदान
लखनऊ (हि.स.)। समाजवादी पार्टी (सपा) में अपनों की नाराजगी कम होती नहीं दिख रही है। स्वामी प्रसाद मौर्या के बाद अपना दल कमेरावादी पार्टी की नेता और सपा गठबंधन से विधायक पल्लवी पटेल भी बुधवार को मुखर हो गई हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश से सपा के तीन राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्णय पर आपत्ति जताई है। उनका साफ कहना है कि राज्यसभा के उम्मीदवार तय करने में पीडीए के दावों की अनदेखी की जा रही है और वह वोट नहीं करेंगी।
पल्लवी पटेल ने एक चैनल पर दिए बयान में कहा कि सपा में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का अनुपालन नहीं हो रहा है। राज्यसभा के लिए जिस तरह से सपा के उम्मीदवारों का चयन हुआ है उसमें इसके दावे पूरा होते नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो आज 100 प्रतिशत सपा के साथ खड़े हैं उन मुस्लिमों को दबाया जा रहा है। मुस्लिमों को सहारे, सहभागिता की जरूरत है। तभी पीडीए के दावा सच साबित होता दिखेगा।
अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह राज्यसभा के लिए मतदान में अपना मतदान नहीं करेंगी। आगे गठबंधन की बात पार्टी की मुखिया कृष्णा पटेल तय करेंगी। उन्होंने कहा कि सपा जिस तरह सियासत कर रही वो गलत है।
जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे वैसे समाजवादी पार्टी में अंतर्कलह बढ़ती जा रही है। पार्टी नेताओं द्वारा एक—दूसरे पर आरोप—प्रत्यारोप लगाए जाने के चलते पहले स्वामी प्रसाद मौर्या ने अपने पद से इस्तीफा दिया। आज पल्लवी पटेल भी सपा अध्यक्ष के खिलाफ खड़ी हो गई हैं। वहीं पूर्व में कई जिलों के सपा नेताओं द्वारा पार्टी को छोड़कर दूसरे दलों में जाने का सिलसिला भी जारी है।
मोहित/बृजनंदन