अखंड सुहाग के लिए खास रवि योग में महिलाओं ने रखा हरतालिका तीज व्रत

वाराणसी (हि.स.)। काशीपुराधिपति की नगरी में पति के दीर्घ जीवन (अखंड सुहाग) की कामना को लेकर विवाहित महिलाओं ने खास रवि योग में पूरे आस्था और उल्लास के साथ गुरूवार को हरतालिका तीज का कठिन निराजल व्रत रखा। महिलाएं 24 घंटे बाद शुक्रवार को इस कठिन व्रत का पारण करेंगी।

भाद्रपद की शुक्ल तृतीया तिथि पर हरतालिका तीज पर्व को लेकर उत्साहित महिलाओं ने भोर से ही स्नान ध्यान के बाद फेनी निगलकर व्रत का संकल्प लिया। पूरे दिन निराजल रहने के बाद शाम को सोलहों श्रृंगार रचा महिलाओं ने पुष्प, धूपदीप व नैवेद्य आदि से भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन की। घरों में शाम को तीज व्रत की कथा का श्रवण किया गया। मिट्टी की बनी शिव, पार्वती और गणपति की पूजा की गई। इसके पहले महिलाओं ने कोरोना प्रोटोकाल का पालन कर मंगलागौरी के चौखट पर हाजिरी लगाई।

मंदिर के मुख्य दरवाजे को सिर माथे लगा माता से अखंड सुहाग और घर परिवार में सुख समृद्धि के लिए कामना की। हुकुलगंज निवासिनी उर्मिला,सीमा तिवारी,सारंग तालाब की व्रती मिताली ने बताया कि काफी उत्साह से व्रत रखा है। हमारे घर में यह परम्परा चली आ रही है। व्रत से भगवान शिव और मां पार्वती का आर्शिवाद मिलता है।

इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए किया था। इसी दिन भगवती पार्वती ने व्रत रखकर भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त किया था। इसलिए इस दिन शिव पार्वती की पूजा का विधि विधान है।

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