लोस चुनाव : आखिर किसके सिर पर सजेगा ये ‘नगीना’
मेरठ (हि.स.)। बिजनौर जनपद की नगीना लोकसभा सुरक्षित सीट का मिजाज बिल्कुल अलग है। पहले चरण में 19 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए मतदाताओं को लुभाने में सभी दलों के उम्मीदवार जुटे हैं। ऐसे में यहां के मतदाता ही तय करेंगे कि इस बार किसके सिर पर ये ‘नगीना’ सजेगा।
नगीना सुरक्षित लोकसभा सीट के मतदाता प्रत्येक चुनाव में अपना नया जनप्रतिनिधि चुनते हैं। 2014 में भारतीय जनता पार्टी के डॉ. यशवंत सिंह ने जीत हासिल करके कमल खिलाया था। 2019 में बहुजन समाज पार्टी के गिरीश चंद्र ने भाजपा के डॉ. यशवंत सिंह को हराकर यह सीट छीन ली। इस बार के चुनाव में बसपा ने गिरीश चंद्र का नगीना से टिकट काटकर बुलंदशहर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। बसपा ने यहां से सुरेंद्र पाल सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। समाजवादी पार्टी ने पूर्व अपर जिला जज मनोज कुमार पर दांव लगाया है। भाजपा ने इस बार नहटौर सुरक्षित सीट से तीन बार से विधायक ओमकुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने भी नगीना लोकसभा सीट से ताल ठोंकी हुई है। इससे यहां का चुनाव पूरी तरह से रोचक हो चला है। भाजपा ने इस सीट को जीतना अपने लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। भाजपा के दिग्गजों के साथ ही राष्ट्रीय लोक दल अध्यक्ष जयंत सिंह भी इस सीट पर प्रचार में जुटे हैं। बसपा अध्यक्ष मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद यहां पर चुनावी सभा कर चुके हैं। जबकि मायावती की जनसभा भी इस सीट पर होनी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव यहां जनसभा कर चुके हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस सीट पर चंद्रशेखर आजाद को अपना समर्थन दिया है।
16 लाख मतदाताओं के हाथ में उम्मीदवारों का भविष्य
नगीना लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को 16 लाख 38 हजार 329 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन मतदाताओं को लुभाने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रचार अभियान को तेज किया हुआ है।
डॉ. कुलदीप