बिहार विधानसभा चुनाव: सी-विजिल से रखी जा रही है आचार संहिता पर नजर

बेगूसराय (हि.स.)। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वाले सतर्क हो जाएं। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए प्रशासन का ‘सोशल मीडिया सर्विलांस टीम’ के साथ भारत निर्वाचन आयोग का ‘सी-विजिल एप’ भी एक्टिव मोड में है। सी-विजिल एप आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित मामलों के साथ-साथ फेक न्यूज़, पेड न्यूूज, संपत्ति विरूपण, शराब या अन्य नशीले पदार्थ का वितरण, अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन, सांप्रदायिक भाषण, वोट के लिए रुपये का वितरण, धमकी देने या डराने, मतदाताओं का निःशुल्क परिवहन, वोट के लिए मुफ्त सामग्री वितरण आदि पर त्वरित कार्रवाई करेगा।
सिटीजन फ्रेंडली इस एप का इस्तेमाल कोई भी कर सकता है। 18 वर्ष से अधिक के मोबाइल यूजर इसे अपने मोबाइल में डाउनलोड कर प्रशासन को आपत्तिजनक पोस्ट, पोस्टर, बैनर, संदेश, वीडियो के माध्यम से अवगत करा सकते हैं। सी-विजिल एप के इस्तेमाल के लिए फोन में कैमरा, इंटरनेट कनेक्शन और जीपीएस होना चाहिए। शिकायतकर्ता को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की घटना का फोटो या वीडियो बनाने के साथ ही संक्षिप्त विवरण के बाद इसे सी-विजिल एप्लीकेशन में लोड करना होगा। इसके बाद शिकायतकर्ता के मोबाइल पर एक यूनिक आईडी मिलेगी। इसके उपयोग से प्रक्रिया का अप-टू-डेट लिया जा सकेगा। एप पर शिकायत आते ही वह संबंधित पदाधिकारी को भेज दी जाएगी। 
शिकायत के बाद कुछ ही मिनटों में उड़नदस्ता टीम उस स्थान तक पहुंचकर पांच मिनट में जरूरी कार्रवाई करेगी। शिकायत मिलने के एक सौ मिनट में कार्रवाई पूरी कर मुख्यालय को रिपोर्ट भी कराना है। शिकायत करने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाती है।स्वीप कोषांग के नोडल पदाधिकारी भुवन कुमार ने बताया कि सी-विजिल की जानकारी कोषांग के माध्यम से आम लोगों को दी जा रही है। शिकायत करने के लिए जागरूक नागरिक को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का एक फोटो या अधिक से अधिक दो मिनट का वीडियो रिकार्ड कर एप के माध्यम से भेजना होगा। शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाएगी। 
जीपीएस की मदद से शिकायत वाले स्थान की पहचान की जा सकेगी। शिकायत दर्ज होने के बाद सूचना जिला नियंत्रण कक्ष के पास जाएगी, फिर इसे फील्ड इकाई को दिया जाएगा। ‘सी-विजिल’ के अलावा आदर्श आचार संहिता की निगरानी के लिए सभी विधानसभा क्षेत्रों में आचार संहिता सर्विलांस एवं एफएसटी टीमों का गठन किया गया है। पुलिस और प्रशासन द्वारा जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है, जिले की सीमा सील कर वहां चेकपोस्ट बनाए गए हैं।

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