एएमए ब्लड बैंक में हुआ पहला कोविड प्लाज्मा डोनेशन
प्रयागराज। एएमए ब्लड बैंक में शनिवार को कोविड संक्रमित गंभीर मरीजों के लिए प्लाज्माफेरेसिस की सेवा आरम्भ की गयी है। पहले प्लाज्मा डोनर के रूप में नगर के प्रख्यात दवा व्यापारी संजय सिंह ने कोरोना से स्वस्थ होने के बाद स्वेच्छा से प्लाज्मा डोनेशन किया।
गौरतलब है कि यह सुविधा प्रदेश के गिने चुने शहरों में उपलब्ध है और इसके लिए नगरवासियो को दिल्ली के महंगे अस्पतालों में शिफ्ट होना पड़ता था। एएमए ब्लड बैंक में स्थापित प्लाज्माफेरेसिस मशीन प्रयागराज मण्डल की इकलौती मशीन है। इस मशीन के उपयोग के कई लाभ हैं। इसमें डोनर से मात्र प्लाज्मा निकाल कर अन्य रक्त कम्पोनेन्ट डोनर के शरीर में पुनः मशीन द्वारा ही उसी समय वापस भेज दिया जाता है। इस प्रक्रिया से मरीज को अधिक प्लाज्मा का लाभ मिलता है तथा डोनर को भी हीमोग्लोबिन आदि की हानि नहीं होती है। जबकि अन्यत्र उपलब्ध पुरानी तकनीक में एक यूनिट प्लाज्मा के लिए डोनर का पूरा एक यूनिट खून भी अतिरिक्त निकालना पड़ता है।
खुद कोरोना से जंग जीतने के बाद अब कोविड संक्रमितों की मदद कर रहे दवा व्यापारी संजय सिंह जुलाई माह में कोरोना संक्रमित हो गये थे। कोरोना से जंग जीतने के बाद उन्होने अन्य पीड़ितों की मदद का बीड़ा उठाया। उन्हें जैसे ही पता चला कि इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन को प्लाजमा थेरेपी के लिए स्वस्थ हो चुके मरीजों का प्लाज्मा एकत्र करने का लाइसेंस प्राप्त हो चुका है, उन्होंने तुरन्त एएमए के पीआरओ डॉ. अनूप चौहान से संपर्क कर नगर के प्रथम प्लाज्मा डोनर बनने की इच्छा जाहिर की। ताकि इससे प्रेरित होकर ज्यादा से ज्यादा कोरोना से जंग जीत चुके लोग अन्य गंभीर मरीजों की मदद को आगे आयें।