वन गमन पर कौशल्या ने राम को दिया था यह आशीष
डा. माधव राज द्विवेदी रामायण के मार्मिक प्रसंगों में रामवनगमन के समय कौशल्या द्वारा राम के कल्याणार्थ किया गया स्वस्तिवाचन अतिशय हृदय स्पर्शी और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। हमें … Read More
डा. माधव राज द्विवेदी रामायण के मार्मिक प्रसंगों में रामवनगमन के समय कौशल्या द्वारा राम के कल्याणार्थ किया गया स्वस्तिवाचन अतिशय हृदय स्पर्शी और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। हमें … Read More
डा. अजीत प्रियदर्शी ‘काजू भुने प्लेट में व्हिस्की गिलास में/उतरा है रामराज विधायक निवास में’ जैसे जिनके शेर जनता की ज़बान पर चढ़ गए, उन जनवादी ग़ज़लगो का नाम है … Read More
संजीव कुमार मुर्मू जीवन की ये सफरबड़ी हैं मुश्किलेंकठिन है बड़ी डगरहालात कितना–भीहैं विपरीत मुश्किलेंसमय पर निकल ही आतेआते हैं रास्ते ……… जब तक है जीवनहर दिन नई–बातेंनई सीख नई … Read More
महेश चंद्र द्विवेदी मुझे कुत्तों से कोई लगाव नहीं है और मैं उनसे बचकर चलता हूँ। मैं इस राज़ का पर्दाफ़ाश करने से भी गुरेज़ नहीं करूंगा कि मुझे कुतियों … Read More
निशा श्री रामचरित मानस की इन सुन्दर पंक्तियों के साथ सभी को सुखद दाम्पत्य जीवन के लिए मंगलकामनाएं, जिनमें माता कौशल्या, सीता जी को अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देती … Read More
शिवाकान्त मिश्र ‘विद्रोही’ रावण कोई साधारण व्यक्ति नहीं था। वह महा विद्वान् पण्डित, कवि, बलवान और सोने की लंका का स्वामी था। कवि भी ऐसा असाधारण कि उसने संस्कृत साहित्य … Read More
डा. माधव राज द्विवेदी भारतीय परम्परा में आश्विन शुक्ल पक्ष दशमी को विजया दशमी का उत्सव मनाया जाता है। हेमाद्रि, निर्णयसिन्धु, पुरुषार्थ चिन्तामणि, व्रतराज, कालतत्व विवेचन और धर्म सिन्धु आदि … Read More
वीर विक्रम बहादुर मिश्र रावण शरीर ही नहीं है, बल्कि स्वभाव है। किसी की पहचान उसके शरीर से जरूर होती है, पर उस शरीर के प्रति आदर अथवा अनादर के … Read More
जानकी शरण द्विवेदी गोंडा। अखिल भारतीय साहित्य परिषद अवध प्रान्त के जनपदीय इकाई की मासिक बैठक परिषद के जिलाध्यक्ष उमाशंकर शुक्ल ‘आलोक’ की अध्यक्षता में कवि चन्दन तिवारी के रुद्र … Read More
डा माधव राज द्विवेदी अखिल रसानन्दमूर्ति लीला पुरुषोत्तम भगवान् श्रीकृष्ण के अवतरण दिवस को जन्माष्टमी पर्व के रूप में मनाया जाता है। भविष्योत्तर पुराण में भगवान् श्रीकृष्ण ने स्वयं युधिष्ठिर … Read More
देशवासियों ! उठो और जागो, तिरंगे को पहचान दो।अपनी मातृभूमि, जन्मभूमि व प्रतीक को सम्मान दो।सियासत से ऊपर उठकर, सब मिलकर इसे मान दो।यदि जरूरत पड़ जाए, तो इसके लिए … Read More
वीके शेखर अभी एक सप्ताह पूर्व गोपाल दास नीरज (4 जनवरी 1925-19 जुलाई 2018) की चौथी पुण्य तिथि मनाई गई। वह हिन्दी साहित्यकार, शिक्षक एवं कवि सम्मेलनों के मंचों पर … Read More
संजय सिन्हा अप्रैल 2001 की याद है। जेट एयरवेज से मैं कोलकाता की उड़ान पर था। साथ में अपने दत्तक पिता शंभूनाथ शुक्ला जी भी थे। मैं तब ज़ी न्यूज़ … Read More
अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वाधान में कवि गोष्ठी का आयोजन जानकी शरण द्विवेदी गोंडा। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जनपदीय इकाई की बैठक साहित्य भूषण डा. सूर्यपाल सिंह की … Read More
✍ मनीषा कुमारी जहां पर छोड़ कर गई थी,वहीं पर लौट आई हूं मैं……सोची थी कुछ दिन दूर रहकर देखूं जरा दुनियां को,सब कहते थे जो मैं कर रही हूं … Read More
डा. प्रकाश चंद्र गिरि यद्यपि विगत आधी शताब्दी के अधिकांश बड़े हिंदी विद्वानों ने प्रगतिशीलता के दबाव में भारतीय संतों पर बहुत कम लिखा है तथापि कुछ लोगों के संस्मरणों … Read More
सर्वेश कुमार तिवारी ‘श्रीमुख’ महाभारत एक पूर्ण न्याय शास्त्र है और चीर हरण उसका केन्द्र बिन्दु है। इस प्रसंग के बाद की पूरी कथा इस घिनौने अपराध के अपराधियों को … Read More
संवाददाता गोण्डा। अखिल भारतीय साहित्य परिषद की जनपद स्तरीय प्रथम बैठक परिषद के संरक्षक साहित्य भूषण से सम्मानित डा. सूर्यपाल सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें परिषद के प्रान्तीय … Read More
हेमंत शर्मा होली, बनारस, शिव, मस्ती, भंग, तरंग और ठण्डाई ये असम्पृक्त हैं। इन्हें अलगाया नहीं जा सकता। ये उतना ही सच है जितना ‘ब्रह्म सत्य जगत मिथ्या।’ बनारस की … Read More
डा. जगन्नाथ दुबे उत्तर भारत की एक मात्र शास्त्रीय नृत्य शैली कथक और उसके पर्याय बन चुके पं. बिरजू महाराज (बृजमोहन मिश्र) अब हमारे बीच नहीं हैं। उनके न होने … Read More
भूपेंद्र आर्य। गायत्री मंत्र हमारे साथ साथ:🕉️ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ! उस आदमी का नाम देवता है, जो अपनी सुविधाएँ और अपनी सम्पदाओं … Read More
ज्ञान सिंह धीरे-धीरे ठंड बढ़ रही है। कहते हैं कि ठंड में चीजें सिकुड़ जाती हैं और गर्मी में फैलती हैं। मुझे लगता है कि यही फ़ार्मूला आदमी के दिमाग़ … Read More
डॉ कीर्ति काले कवि सम्मेलन से पहले कितनी ही ड़ींगे हांक लो, कितने ही आदर्श बघार लो, लेकिन माइक के सामने खड़े होने पर तुरन्त कट टू कट फैसला हो … Read More
ज्ञान सिंह आज हमें अपने गांव के भूधर मिसिर बहुत याद आ रहे हैं। नाम तो उनका ऐसा था जैसे वह धरती को स्वयं धारण किये हों, पर हक़ीक़त में … Read More
डा. माधव राज द्विवेदी आज श्रावणी पूर्णिमा का पावन पर्व है। यह पर्व रक्षा-बंधन और संस्कृत दिवस के रूप में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। संस्कृत … Read More
(गोस्वामी तुलसीदास के जन्म दिन पर विशेष) जानकी शरण द्विवेदी हर साल सावन माह में शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर तुलसीदास का जन्मोत्सव मनाया जाता है। तुलसीदास जी का … Read More
संजय स्वतंत्र पूर्णबंदी खत्म होते ही दिल्ली चल पड़ी है। आज इसकी रफ्तार से कदमताल करने की कोशिश की। मगर वह मुझसे आगे निकल गई। कभी मेट्रो से तो कभी … Read More