Gonda : रिश्वत में दी सवा करोड़ की कार, हुआ गिरफ्तार

जानकी शरण द्विवेदी

गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में पुलिस ने 11वीं राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा करने के मामले में गुरुवार को मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक थाना कोतवाली नगर में उप्र. पावर कॉरपोरेशन के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता, उनके बेटे और ठेकेदार के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) मनोज कुमार रावत ने गुरुवार को बताया कि गाजियाबाद के स्वर्ण जयंती पुरम निवासी सुश्री मेघना ने प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री को पत्र लिखकर 11वीं राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत की थी। शासन स्तर से जांचोपरांत मामले में गड़बड़ी पाए जाने पर देवीपाटन मण्डल के समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक केएल गुप्ता ने आरोपी फर्म मेसर्स ओमवीर सिंह फर्म के मालिक ओमवीर सिंह, बिजली विभाग के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता एसपी करगेती तथा उनके पुत्र प्रतीक करगेती के खिलाफ थाना कोतवाली नगर में भादवि की धारा 468,419 व 420 के तहत अभियोग दर्ज कराया था। जांच के दौरान पाया गया कि ठेकेदार ओमवीर सिंह ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगा करके टेंडर हासिल किया था। विद्युतीकरण पूरा होने का फर्जी प्रमाणपत्र प्रस्तुत करके भुगतान प्राप्त कर लिया। 100 मजरों की जांच में 36 मजरों के विद्युतीकरण का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। ठेकेदार ओमवीर सिंह द्वारा 2019 माडल की सवा करोड़ रुपए की एक मर्सिडीज कार प्रतीक करगेती को बेंचे जाने का मामला भी प्रकाश में आया। इससे मुख्य अभियंता व ठेकेदार के बीच दुरभिसंधि होने की स्थिति भी पाई गई। आरोप है कि ओमवीर सिंह ने इसे मुख्य अभियंता के बेटे को उपहार में दिया था। एएसपी ने कहा कि नगर कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आज ठेकेदार ओमवीर सिंह को जिला मुख्यालय पर गुरु नानक चौक से गिरफ्तार कर लिया। मामले में आगे भी जांच जारी है। फरार दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

error: Content is protected !!