जानें ‘त्रिया चरित्रम् पुरुषस्य भाग्यम्’ श्लोक की कहानी
जानकी शरण द्विवेदी एक बहुत अधिक प्रसिद्ध श्लोक है जिसे आप सबने अवश्य सुना होगा। यदि नहीं सुना है तो उसे मैं बता देता हूं। वह श्लोक इस तरह है-‘त्रिया … Read More
जानकी शरण द्विवेदी एक बहुत अधिक प्रसिद्ध श्लोक है जिसे आप सबने अवश्य सुना होगा। यदि नहीं सुना है तो उसे मैं बता देता हूं। वह श्लोक इस तरह है-‘त्रिया … Read More
हेमंत शर्मा पिछले दिन अयोध्या जाना हुआ। जनसत्ताई साथी भाई त्रियुग नारायण तिवारी के पत्रकारीय कर्म के पचास बरस पूरे हुए थे। इस जलसे में शामिल होने के लिए। एक … Read More
राणा प्रताप सिंह ‘राही’ क्वार मास सुंदर शरद, मन लेती है मोह।मधुर सुखद वासर-निशा, सरगम सी अवरोह।।कातिक दिन केतिक बड़ा, आवा-गवा समाप्त।बात-बात मा सांझ भै, घना कुहासा व्याप्त।।अगहन हनता शीत … Read More
पुण्य तिथि (09 सितम्बर) पर विशेष… जानकी शरण द्विवेदी ये इश्क़ नहीं आसाँ, इतना ही समझ लीजे,इक आग का दरिया है और डूब के जाना है। प्यार मोहब्बत की दुनिया … Read More
(रक्षाबंधन पर विशेष) शालिनी सिंह वैसे तो रक्षाबंधन का पर्व हमारे देश में भाई-बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर … Read More
संवाददाता गोंडा। नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष क़मरुद्दीन एडवोकेट ’क़मर’ व पूर्व सभासद सरवर बेधड़क की याद में मानव कल्याण एसोसिएशन की ओर से रविवार को टाउन हॉल में एक … Read More
जानकी शरण द्विवेदी गोंडा। विश्व हिन्दी शोध संवर्धन अकादमी एवं हिन्दी विभाग काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में समवेत हिन्दी का काव्य संग्रह ’नई सदी के स्वर’ का लोकार्पण, … Read More
हेमंत शर्मा यह देश राम का है। राम कण-कण में हैं। भाव की हर हिलोर में राम हैं। कर्म के हर छोर में राम हैं। राम यत्र-तत्र, सर्वत्र हैं। जिसमें … Read More
डा. माधव राज द्विवेदी रामायण के मार्मिक प्रसंगों में रामवनगमन के समय कौशल्या द्वारा राम के कल्याणार्थ किया गया स्वस्तिवाचन अतिशय हृदय स्पर्शी और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। हमें … Read More
डा. अजीत प्रियदर्शी ‘काजू भुने प्लेट में व्हिस्की गिलास में/उतरा है रामराज विधायक निवास में’ जैसे जिनके शेर जनता की ज़बान पर चढ़ गए, उन जनवादी ग़ज़लगो का नाम है … Read More
संजीव कुमार मुर्मू जीवन की ये सफरबड़ी हैं मुश्किलेंकठिन है बड़ी डगरहालात कितना–भीहैं विपरीत मुश्किलेंसमय पर निकल ही आतेआते हैं रास्ते ……… जब तक है जीवनहर दिन नई–बातेंनई सीख नई … Read More
महेश चंद्र द्विवेदी मुझे कुत्तों से कोई लगाव नहीं है और मैं उनसे बचकर चलता हूँ। मैं इस राज़ का पर्दाफ़ाश करने से भी गुरेज़ नहीं करूंगा कि मुझे कुतियों … Read More
निशा श्री रामचरित मानस की इन सुन्दर पंक्तियों के साथ सभी को सुखद दाम्पत्य जीवन के लिए मंगलकामनाएं, जिनमें माता कौशल्या, सीता जी को अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देती … Read More
शिवाकान्त मिश्र ‘विद्रोही’ रावण कोई साधारण व्यक्ति नहीं था। वह महा विद्वान् पण्डित, कवि, बलवान और सोने की लंका का स्वामी था। कवि भी ऐसा असाधारण कि उसने संस्कृत साहित्य … Read More
डा. माधव राज द्विवेदी भारतीय परम्परा में आश्विन शुक्ल पक्ष दशमी को विजया दशमी का उत्सव मनाया जाता है। हेमाद्रि, निर्णयसिन्धु, पुरुषार्थ चिन्तामणि, व्रतराज, कालतत्व विवेचन और धर्म सिन्धु आदि … Read More
वीर विक्रम बहादुर मिश्र रावण शरीर ही नहीं है, बल्कि स्वभाव है। किसी की पहचान उसके शरीर से जरूर होती है, पर उस शरीर के प्रति आदर अथवा अनादर के … Read More
जानकी शरण द्विवेदी गोंडा। अखिल भारतीय साहित्य परिषद अवध प्रान्त के जनपदीय इकाई की मासिक बैठक परिषद के जिलाध्यक्ष उमाशंकर शुक्ल ‘आलोक’ की अध्यक्षता में कवि चन्दन तिवारी के रुद्र … Read More
डा माधव राज द्विवेदी अखिल रसानन्दमूर्ति लीला पुरुषोत्तम भगवान् श्रीकृष्ण के अवतरण दिवस को जन्माष्टमी पर्व के रूप में मनाया जाता है। भविष्योत्तर पुराण में भगवान् श्रीकृष्ण ने स्वयं युधिष्ठिर … Read More
देशवासियों ! उठो और जागो, तिरंगे को पहचान दो।अपनी मातृभूमि, जन्मभूमि व प्रतीक को सम्मान दो।सियासत से ऊपर उठकर, सब मिलकर इसे मान दो।यदि जरूरत पड़ जाए, तो इसके लिए … Read More
वीके शेखर अभी एक सप्ताह पूर्व गोपाल दास नीरज (4 जनवरी 1925-19 जुलाई 2018) की चौथी पुण्य तिथि मनाई गई। वह हिन्दी साहित्यकार, शिक्षक एवं कवि सम्मेलनों के मंचों पर … Read More
संजय सिन्हा अप्रैल 2001 की याद है। जेट एयरवेज से मैं कोलकाता की उड़ान पर था। साथ में अपने दत्तक पिता शंभूनाथ शुक्ला जी भी थे। मैं तब ज़ी न्यूज़ … Read More
अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वाधान में कवि गोष्ठी का आयोजन जानकी शरण द्विवेदी गोंडा। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जनपदीय इकाई की बैठक साहित्य भूषण डा. सूर्यपाल सिंह की … Read More
✍ मनीषा कुमारी जहां पर छोड़ कर गई थी,वहीं पर लौट आई हूं मैं……सोची थी कुछ दिन दूर रहकर देखूं जरा दुनियां को,सब कहते थे जो मैं कर रही हूं … Read More
डा. प्रकाश चंद्र गिरि यद्यपि विगत आधी शताब्दी के अधिकांश बड़े हिंदी विद्वानों ने प्रगतिशीलता के दबाव में भारतीय संतों पर बहुत कम लिखा है तथापि कुछ लोगों के संस्मरणों … Read More
सर्वेश कुमार तिवारी ‘श्रीमुख’ महाभारत एक पूर्ण न्याय शास्त्र है और चीर हरण उसका केन्द्र बिन्दु है। इस प्रसंग के बाद की पूरी कथा इस घिनौने अपराध के अपराधियों को … Read More
संवाददाता गोण्डा। अखिल भारतीय साहित्य परिषद की जनपद स्तरीय प्रथम बैठक परिषद के संरक्षक साहित्य भूषण से सम्मानित डा. सूर्यपाल सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें परिषद के प्रान्तीय … Read More
हेमंत शर्मा होली, बनारस, शिव, मस्ती, भंग, तरंग और ठण्डाई ये असम्पृक्त हैं। इन्हें अलगाया नहीं जा सकता। ये उतना ही सच है जितना ‘ब्रह्म सत्य जगत मिथ्या।’ बनारस की … Read More