Gonda News: जनपद में कम हुए कोरोना के मरीज फिर भी सजग रहना जरूरी

मास्क, दो गज की दूरी और बार-बार हाथ धोने की आदत अपनाएं

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। कोरोना ने लोगों के रहन-सहन, खानपान और मेल-मिलाप के साथ ही कई दैनिक क्रियाओं का नजरिया ही बदल दिया है। इस वैश्विक महामारी को लगभग 10 माह होने को आये हैं, लेकिन अभी कोई वैक्सीन या मुकम्मल इलाज की व्यवस्था नहीं हो सकी है। ऐसे में हमें खास सतर्कता और सावधानी बरतने की जरूरत है। हालांकि जनपद में कोरोना मरीजों की तादाद में कमी आने के साथ ही लोग अब अपनी पुरानी आदतों की ओर लौटने लगे हैं, जो कि हम सभी को मुसीबत में डाल सकती है। यह कहना है तरबगंज तहसील के बनगांव निवासी समाजसेवी सुरेश सिंह का।
सुरेश सिंह कहते हैं कि लोग अब बेफिक्र हो चले हैं और सभी जगह बिना मास्क, सामाजिक दूरी के दिखाई देते हैं, लोगों ने समझ लिया है कि यह बीमारी चली गई है जबकि ऐसा नहीं है। अब मौसम बदल रहा है। त्योहार और शादी-विवाह का भी समय आ गया है, ऐसे में इस समय तो हमें और भी सावधानी बरतनी होगी। एक सिटीजन जर्नलिस्ट के रूप में सुरेश सिंह का कहना है कि हमें अगर स्वस्थ रहना है तो बार-बार साबुन-पानी से हाथ धोने, दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी जैसी आदतों को अपने जीवन में उतारना ही होगा। इसके अलावा नित्य व्यायाम के साथ ही गर्म पानी का सेवन करते रहें। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभप्रद है। उन्होंने कहा कि लोगों ने काफी हद तक अपनी आदतों को बदला है, पहले लोग बाजार में कोई भी चीज खाते थे तो बिना हाथ धोए ही शुरू हो जाते थे, लेकिन अब जब लोगों ने अपनी आदतों को बदला, तो जनपद में अब संक्रमण की दर भी कम हो गई है। उनका कहना है कि जब जब संसार में कोरोना जैसी कोई महामारी आती है, तो लोगों को अपने जीवन जीने का तरीका बदलना पड़ता है। अगर तरीका नहीं बदलोगे तो प्रकृति आपको बदल देगी। मेरा तो सभी से कहना है कि लोग अभी वेफिक्र न हों। मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें और बार-बार सही तरीके से हाथ धोते रहें, साथ ही सामाजिक दूरी का पालन जरुर करें। शहर के कमला कॉम्पलेक्स में आरोग्यम हेल्थ केयर सेंटर चलाने वाले डॉ आरएस तिवारी (एमडी, पीएचडी) ने कहा कि कोरोना की शुरुआत में ही टेस्ट करवाने से बीमारी का प्रकोप नहीं बढ़ता है। उम्रदराज व रोगों से ग्रसित लोगों को कोरोना महामारी तेजी से अपनी चपेट में लेती है। जरूरत है कि लोग सावधान रहें, क्योंकि वर्तमान में मौसम में भी बदलाव हो रहा है और बदलते मौसम में जो बीमारियां प्रायः दिखाई देती हैं। उनके लक्षण कोरोना महामारी से मिलते-जुलते हैं। ऐसे में जरूरत है कि लोग सावधान रहें और जब भी उन्हें लगे कि वह महामारी की चपेट में आ सकते हैं तो वह तुंरत अपनी जांच करवाएं। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के लक्षणों में बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इससे बचाव के लिए जरूरी है कि हाथों को साबुन से धोना चाहिए, अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें।

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