लखनऊ विवि में सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर हुई बैठक, तय किए गये परीक्षा के मानक

लखनऊ (हि.स.)। लखनऊ विश्वविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष और संकायाध्यक्ष की  बैठक गुरुवार को अर्थशास्त्र विभाग के कौटिल्य हॉल में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय की अध्यक्षता में बुलाई गई। बैठक के दौरान डीन एकेडमिक्स प्रो अरविंद मोहन, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर एएम सक्सेना और रजिस्ट्रार भी उपस्थित थे। 
बैठक में मिड सेमेस्टर परीक्षाओं का आयोजन, अंतिम सेमेस्टर परीक्षाओं का आयोजन, ऑनलाइन, ऑफलाइन यूजी, पीजी कक्षाएं रखने पर निर्णय, प्रथम सेमेस्टर यूजी,  पीजी कक्षाओं की शुरुआत विषय पर चर्चा हुई। प्रो. अरविंद मोहन ने बैठक में सभी का स्वागत किया और एजेंडा को दोहराया। प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने एकत्रित फैकल्टी सदस्यों को संबोधित किया और देश के कुछ सबसे कठिन समय के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा किये गए कार्यों एवं उपलब्धियों के लिए सभी को बधाई दी। 
उन्होंने विश्वविद्यालय में अत्यधिक सफल केंद्रीकृत प्रवेश प्रणाली की शुरुआत की, जिसमें स्लेट के साथ शिक्षा के एक नए युग की शुरुआत और इसके कॉपीराइट का अधिग्रहण, विश्वविद्यालय के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल का मुद्रीकरण और कई अन्य बेंचमार्क शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय में शिक्षण पदों को भरने के लिए विज्ञापित 180 पदों के लिए, संस्थान को 5000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए। फिर उन्होंने एजेंडे के विभिन्न मदों पर अपनी टिप्पणी के लिए हेड और डीन को आमंत्रित किया।
स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में आंतरिक परीक्षा में कुल 30 अंकों में से 15 अंक एक परीक्षा के लिए आवंटित किए जाते हैं और 15 अंक छात्र की शैक्षणिक भागीदारी को आवंटित किए जाते हैं। संबंधित विभागाध्यक्षों को आंतरिक परीक्षा के पैटर्न तय करने की स्वतंत्रता दी गई थी, उसी का संचालन करें और 30 नवंबर तक अंक (परीक्षा को आवंटित 15 अंक) जमा करें। 31 दिसंबर तक अकादमिक भागीदारी के लिए आवंटित अंक प्रस्तुत किए जा सकते हैं।

अंडर ग्रेजुएट कार्यक्रमों की आंतरिक परीक्षा के बारे में चर्चा हुई कि कुल 20 अंकों में से 10 अंक प्रेजेंटेशन के लिए और 10 अंक अकादमिक भागीदारी के लिए आवंटित किए जाते हैं। संबंधित विभाग प्रमुखों को 30 नवंबर तक प्रस्तुतियों के लिए आवंटित अंक जमा करने हैं, और 31 दिसंबर तक अकादमिक भागीदारी के लिए आवंटित अंक दिये जाएंगे।

वहीं यूपी राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं समय से आयोजित की जाएंगी। सरकार के निर्देशों के अनुसार आवश्यक निर्णय लेने के लिए दिसंबर तक डीन की एक समिति का गठन किया जाएगा।

प्रथम सेमेस्टर यूजी, पीजी कार्यक्रमों के लिए कक्षाएं अगले सप्ताह फ्लिप क्लासरूम मॉडल पर शुरू होंगी, यानी विभागाध्यक्षों के विवेक के अनुसार ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड का संयोजन। समय सारणी अगले सप्ताह की शुरुआत में स्लेट पर अपलोड की जानी है।

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