प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में लगाई हाजिरी, कॉरिडोर का किया निरीक्षण

वाराणसी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली पर्व पर सोमवार को दुर्लभ संयोग रोहिणी नक्षत्र एवं सर्वार्थ सिद्धि योग में काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। 

कोरोना काल में देश की खुशहाली के लिए प्रधानमंत्री ने चार पुजारियों की देखरेख में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर के गर्भगृह में षोडशोपचार विधि से बाबा का दुग्धाभिषेक कर विधिवत पूजन अर्चन के बाद आरती की। उन्होंने पूरे श्रद्धाभाव से दरबार में दीप जलाया। 
दर्शन पूजन के बाद प्रधानमंत्री ने अपनी स्वप्निल परियोजना (ड्रीम प्रोजेक्ट) विश्वनाथ कॉरिडोर का अवलोकन कर चले रहे निर्माण कार्यो की जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने कॉरिडोर में चले रहे कार्यो को मैप और प्रोजेक्टर वित्त चित्र के जरिये भी देखा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं कॉरिडोर में चल रहे कार्यों की जानकारी प्रधानमंत्री को दी। प्रधानमंत्री उत्साह के साथ मंदिर परिसर में चल रहे कार्यो को देखते रहे। 
मंदिर से चलते समय प्रधानमंत्री को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास और श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्मृति चिह्न, अंगवस्त्रम और प्रसाद भेंट किया गया। इसमें रुद्राक्ष, चंदन, बेलपत्र, भस्म, बाबा का चित्र और दुपट्टा रहा। दरबार में दर्शन पूजन के दौरान प्रधानमंत्री धीर गंभीर और शांत चित्त नजर आये। उन्होंने बाबा के प्रति अपनी गहरी आस्था भी दिखाई। दर्शन पूजन के बाद प्रधानमंत्री ने पुजारियों को दक्षिणा भी दी।
इसके पहले प्रधानमंत्री ने मिर्जामुराद खजुरी में आयोजित सभा में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के 2,447 करोड़ रुपये के लागत से बने 73 किलोमीटर लम्बे वाराणसी प्रयागराज राजमार्ग के 06-लेन चौड़े सड़क को देश को समर्पित किया। उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के बाद प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से सीधे डुमरी स्थित अस्थाई हेलीपैड पर पहुंचे। यहां से गंगा किनारे बने फूलों से सजे जेटी के रास्ते अलकनंदा क्रूज पर सवार हुए। 
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रधानमंत्री गंगा के रास्ते ललिताघाट पहुंचे। यहां से वाहन पर सवार होकर प्रधानमंत्री सीधे विश्वनाथ कॉरिडोर पहुंचे। इस दौरान गंगा में और कॉरिडोर परिसर में सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया गया था। मंदिर परिसर में अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी, प्रदेश के पर्यटन मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी और विशिष्ट जनों ने प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।

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