UP News : 21वीं सदी के विश्व का निर्धारण करेगा भारत-यतीन्द्र
जानकी शरण द्विवेदी
लखनऊ। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र जी ने कहा है कि इस समय देश एक संधि युग से गुजर रहा हैं। 21वीं सदी का विश्व कैसा होगा, इसका निर्धारण भारत करेगा। वह सरस्वती कुंज निराला नगर स्थित प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) उच्च तकनीकी (डिजिटल) सूचना संवाद केंद्र में नई शिक्षा नीति 2020 पर आयोजित एक वेबिनार को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर एक बेवसाइट भी लांच की गई।
‘मायनेप’ प्रतियोगिता के उद्घाटन मौके पर आयोजित बेविनार को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता का कार्यक्रम देश के लिए समर्पण हैं। इसके लिए ऐतिहासिक दिन चुना गया हैं। 11 सितंबर को ही स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में विश्व को भारत की ज्ञान संस्कृत का परिचय कराया था। उन्होंने कहा कि भारत ने ज्ञान के आधार पर ही विश्व का मार्गदर्शन किया है। भारत संपूर्ण विश्व में ज्ञान का केंद्र था। भारत शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा था। उसके बाद हम कमजोर हो गए। अब हमें एक ऐसी पीढ़ी तैयार करनी है, जो विश्व को ज्ञान के प्रकाश से प्रकाशित करे। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत की चर्चा भारत की मेधा के कारण हैं। यह केवल प्रतियोगिता नहीं है, यह एक जन जागरण अभियान हैं। इस कार्यक्रम में देशव्यापी संगठनों जैसे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अखिल भारतीय शिक्षण मंडल, संस्कृत भारती जैसे बड़े संगठन विद्या भारती जैसे बड़े संस्थान जुड़े हुए हैं।
प्रतियोगिता के बारे में बताते हुए यतीन्द्र जी ने कहा कि भारत केंद्रीय शिक्षा का संपूर्ण तंत्र तैयार हैं। भारतीयता से ओतप्रोत वाला भारतीय समाज इस शिक्षा से तैयार करना हैं। कैसा समाज हो इसको केंद्र में रखकर इस प्रतियोगिता का निर्माण हुआ हैं। अपना देश बहुत विशाल है। इस प्रतियोगिता का हेतु यह है कि झुग्गी से लेकर महलों तक सभी को समान रूप से शिक्षा मिले। उन्होंने कहा कि ज्ञान आधारित गुणवत्ता युक्त आधारित शिक्षा का वातावरण बने। इस विचार को लेकर इस प्रतियोगिता का निर्माण हुआ हैं। 25 सितंबर से 2 अक्टूबर तक यह प्रतियोगिता आयोजित होगी। प्रतियोगिता किशोर आयु वर्ग को लेकर के आयोजित की गई हैं। भविष्य में ऐसे किशोर गुणात्मक परिणाम दे सकेंगे। शिक्षकों को भी इससे जोड़ा गया हैं। पूर्ण परिवर्तन आए, इसको ध्यान में रखकर यह प्रतियोगिता आयोजित की जा रही हैं। मेरी शिक्षा मेरा भारत वेबिनार के माध्यम से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया हैं।
यतीन्द्र जी के साथ राज्य की पूर्व अपर महा अधिवक्ता श्रीमती सुनीति चौहान ने वेबसाइट को लांच किया। मेरी शिक्षा मेरा भारत कार्यक्रम की शुरुआत में मायनेप प्रतियोगिता की वेबसाइट का वीडियो प्रेजेंटेशन दिखाया गया। कुलपति विनय पाठक ने वेबसाइट की लांचिंग पर बधाई देते हुए कहा कि इस नई शिक्षा नीति में स्कूल कॉप्लेक्स जैसी व्यवस्था बहुत महत्वपूर्ण है। बच्चे स्कूल कांपलेक्स के माध्यम से अपना विकास कर सकेंगे। इस शिक्षा नीति में सभी ग्रुपों के लिए भी अलग-अलग व्यवस्थाएं हैं। इस शिक्षा नीति में मल्टीडिसीप्लिनरी अप्रोच, रिसर्च, टीचिंग जैसे विषयों पर विशेष गौर किया गया है। श्रीमती चौहान ने कहा कि विद्यालयों में भारतीय संस्कार का वातावरण होना चाहिए। कुछ नियम कानून भी होना चाहिए, जिससे बच्चें अनुशासन सीख सकें। बच्चों के विद्यालय में मनोवैज्ञानिकों का बड़ा रोल है। उनके विद्यालयों में उपस्थित रहने से विद्यालय में बच्चों की तय समय से काउंसलिंग हो सकती है। कार्यक्रम में विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद्र, बालिका शिक्षा प्रमुख उमाशंकर मिश्र, प्रशिक्षण प्रमुख दिनेश जी, क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में संचालक विद्या भारती के अवध प्रांत के निरीक्षक राजेन्द्र बाबू ने कार्यक्रम में उपस्थित हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।