Gonda News : आशा संभाल रहीं परिवार नियोजन की पूरी जिम्मेदारी
जानकी शरण द्विवेदी
गोण्डा। कोविड-19 के माहौल में भी परिवार नियोजन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने पर चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का पूरा जोर है । परिवार कल्याण कार्यक्रमों के बारे में जनजागरूकता और परिवार नियोजन साधनों की लोगों तक उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए आशा कार्यकर्ताओं की फ़ौज को अहम् जिम्मेदारी सौंपी गयी है। कोरोना के चलते बदली परिस्थितियों में उन्हें जरूरी हिदायतें भी दी गयीं हैं ताकि वह खुद सुरक्षित रहने के साथ ही दूसरों को भी सुरक्षित बना सकें। इस संबंध में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, परिवार कल्याण कार्यक्रम डॉ मलिक आलमगीर का कहना है कि परिवार कल्याण कार्यक्रम को जनपद में बढ़ावा देने के लिए आशा कार्यकर्ताओं ये निर्देश दिया गया है कि वह उन दम्पत्तियों से जरूर बात करें, जिनको परिवार नियोजन की आवश्यकता है। ऐसे लक्षित दम्पत्तियों को उनकी पसंद के अनुसार गर्भ निरोधक साधनों जैसे-माला-एन, छाया, ई-पिल्स एवं कंडोम उपलब्ध कराना है। इसके अलावा जो महिलाएं अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन की सुविधा लेना चाहती हों, उनको आशा स्वास्थ्य इकाई तक लेकर जाएं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र के दौरान गर्भ निरोधक गोलियां (माला-एन, छाया) और कंडोम लाभार्थियों को उपलब्ध करायी जायें और जरूरी परामर्श दिया जाए। कार्यकर्ता हर दंपत्ति को प्रेरित करें कि वह गर्भ निरोधक साधन का इस्तेमाल करें ताकि अनचाहे गर्भ और गर्भपात की कोई सम्भावना न रहे क्योंकि अनचाहा गर्भ परिवार के सपनों और संसाधनों को सीमित करता है। उन्होंने कहा कि जनपद की लगभग तीन हजार आशा कार्यकर्ता दस्तक अभियान एवं कोविड-19 सर्वे के काम के साथ-साथ जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े को भी सफल बनाने हेतु कड़ी मेहनत कर रही हैं। वह अपने कार्यक्षेत्र के हर घर पर पहुंचकर लोगों के साथ चर्चा करती हैं तथा समुदाय स्तर पर जरूरी जानकारी प्रसारित कर रही हैं।
डॉ मलिक ने कहा कि गृह भ्रमण के दौरान इन बातों का रखें विशेष ध्यान :
आशा कार्यकर्ता मास्क जरूर लगाएं। हाथों को बार-बार साबुन-पानी से धोएं। कम से कम दो गज की दूरी से बात करें। घर की कुण्डी या दरवाजा न छुएं और न खटखटाएं। आवाज देकर परिवार के सदस्यों को बुलाएं व बात करें।