दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर मुख्यमंत्री योगी बोले-कांग्रेस पहले अपना इतिहास देखे
– प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से ही राम मंदिर भूमि पूजन का दिन देखने को मिला
लखनऊ(एजेंसी)। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को होने जा रहे भूमि पूजन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को कटाक्ष किया कि कांग्रेस को पहले अपना इतिहास देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक क्षण पर नकारात्मक टिप्पणी न करें, हर व्यक्ति के इतिहास के बारे में और कृत्यों के बारे में देश और दुनिया जानती है, किसी को कुछ बोलने की आवश्यकता नहीं है
उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण कार्य आजादी के तुरंत बाद सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार के साथ शुरू हो सकता था लेकिन, जब लोगों के लिए देश से महत्वपूर्ण सत्ता हो जाती है तो वे जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हैं। समाज को जाति, मत, मजहब में बांटते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी लोग मंदिर के समर्थक हैं। वह श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की भावनाओं के अनुरूप अपना योगदान दें। प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा से कहा कि संविधान के दायरे में रहकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे। लेकिन, कांग्रेस को अपने इतिहास में झांकना चाहिए। रामलला जहां विराजमान हैं, जो वास्तविक जन्मभूमि है। कांग्रेस वहां शिलान्यास नहीं चाहती थी। कांग्रेस विवाद का पटापेक्ष नहीं चाहती थी और जब मामला सुप्रीम कोर्ट में गया तो एक कांग्रेस नेता ने ही अर्जी दी थी कि 2019 से पहले समाधान न होने पाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 09 नवम्बर 2019 का दिन ऐतिहासिक दिन था, जब अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि पर राम मन्दिर का मार्ग प्रशस्त हुआ। कुछ लोग धमकी देते थे कि फैसला आया तो कुछ हो जाएगा। लेकिन, इस तिथि ने इन सब पर विराम लगा दिया। न्यायपालिका और लोकतंत्र की ताकत का एहसास करा दिया। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से ही देश और दुनिया को यह दिन देखने को मिला है। प्रधानमंत्री ने नए भारत के निर्माण को लेकर जो अभियान शुरू किया है, वह रामराज्य की उस अवधारणा के तहत है। इसमें न जाति, न मत और न मजहब के बजाय सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ कार्य किया जा रहा है। यही राम का आदर्श है। दरअसल कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया था कि मैं मोदी जी से फिर अनुरोध करता हूं कि पांच अगस्त के अशुभ मुहूर्त को टाल दीजिए। सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान राम मंदिर निर्माण का योग आया है। अपनी हठधर्मिता से इसमें विघ्न पड़ने से रोकिए।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि भगवान राम को करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र हैं और हजारों वर्षों की हमारे धर्म की स्थापित मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए। इसी को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने उन पर पलटवार किया है।