यात्रियों की अधिकता वाले रूटों पर इंटरसिटी और पैसेंजर ट्रेनें चलाने की तैयारी शुरू

रेलवे बोर्ड ने अधिक यात्रियों वाले रूटों पर राज्य सरकार के परामर्श से ट्रेनें चलाने का दिया निर्देश-जिन क्षेत्रों की ट्रेनों में वेटिंग अधिक है वहां पहले ट्रेनें चलाने का मांगा गया प्रस्ताव 

लखनऊ (हि.स.)। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की अधिकता वाले रूटों पर इंटरसिटी एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को जल्द चलाने की तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर ट्रेनों के संचालन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से परामर्श भी किया जा रहा है।

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सुनीत शर्मा ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए लखनऊ के साथ प्रदेश के अन्य मंडलों के रेल अधिकारियों को राज्य सरकार के परामर्श पर इंटरसिटी और पैसेंजर ट्रेनें चलाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा जिन रूटों पर अधिक भीड़ है और ट्रेनों में वेटिंग है, वहां अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएंगी।
देश में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश से बिहार के बीच ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके अलावा मुंबई समेत अन्य राज्यों के बीच ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर यात्रियों को राहत दी जाएगी। रेलवे बोर्ड के दिशा निर्देश के बाद लखनऊ मंडल के साथ प्रदेश के विभिन्न मंडलों में इंटरसिटी एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों के संचालन की तैयारी शुरू हो गई है।  दस ट्रेनों के संचालन का प्रस्ताव तैयार 
रेलवे बोर्ड के दिशा निर्देश के बाद लखनऊ सहित विभिन्न मंडलों में स्पेशल ट्रेनों के संचालन की तैयारी तेज कर दी गई है। रेलवे प्रशासन ने इसी क्रम में दस ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव तैयार  किया है। इसमें लखनऊ जंक्शन-मैलानी एक्सप्रेस के अलावा काठगोदाम एक्सप्रेस, लखनऊ-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस, झांसी-आगरा इंटरसिटी एक्सप्रेस, गोमती नगर-छपरा कचेहरी एक्सप्रेस, सीतापुर-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस, लखनऊ से बरौनी और जबलपुर व गोरखपुर से आनंद विहार जाने वाली ट्रेनें शामिल हैं। 
लखनऊ होकर मुंबई और पुणे जाने वाली ट्रेनों में भीड़ 

रेलवे के ताजा आंकड़े के मुताबिक, लखनऊ से मुंबई के लिए पुष्पक सहित एलटीटी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन के किसी भी श्रेणी में सीटें खाली नहीं हैं। लखनऊ-बांद्रा, गोरखपुर-पनवेल और गोरखपुर-मुंबई की ट्रेनों में 100 सीटों पर 125 लोगों की दावेदारी दर्ज की गई है। इसके अलावा लखनऊ से पुणे और गोरखपुर से पुणे जाने वाली सभी स्पेशल ट्रेनों में हर श्रेणी में वेटिंग टिकट मिल रहे हैं। मुंबई, पुणे और गुजरात के लिए तो 30 जून तक ट्रेनें फुल हो गईं हैं। 
दरअसल, कोरोना महामारी का प्रकोप घटने से यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है। तमाम ट्रेनें निरस्त हैं, कुछ के फेरे घटा  दिए गए हैं। ऐसे में अब महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों और शहरों को जाने वाले यात्रियों को कंफर्म सीटें नहीं मिल रही हैं। 

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