यमुना तट पर स्थित अंत्येष्टि स्थलों पर चला 127 वें चरण का सफाई अभियान

औरैया (हि. स.)। एक विचित्र पहल सेवा समिति द्वारा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र यमुना तट के सौंदर्यीकरण हेतु विगत 7 वर्षों से अनवरत अंत्येष्टि स्थलों पर सफाई अभियान चलाया जा रहा हैं, जिसके अंतर्गत रविवार को 127 वें चरण का सफाई अभियान चलाया गया। समिति के सदस्यों द्वारा सफाई यंत्रों के सहयोग से लगभग 2 कुंतल कचरा व अपशिष्ट एकत्रित कर आग द्वारा नष्ट किया गया।

समिति के संस्थापक ने बताया कि सफाई अभियान के 127 चरणों में लगभग 46 टन अपशिष्ट कचरा यमुना नदी में जाने से रोका गया। अभियान के उपरांत यमुना तट पर स्थित राम झरोखा में आवश्यक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें यमुना नदी व यमुना तट से संबंधित समस्याओं पर सर्वसम्मति से विचार विमर्श किया गया। बैठक में समिति के संस्थापक आनन्द नाथ गुप्ता एडवोकेट ने बताया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के कई गंदे नाले यमुना जल को अनवरत प्रदूषित कर रहे हैं, जिससे पावन यमुना लगातार मैली होती चली जा रही है। गौरतलब है कि धार्मिक पर्वों पर लोग यमुना में आस्था की डुबकी लगाते हैं। समिति के सदस्यों ने जिला प्रशासन से यमुना नदी में गिर रहे गंदे नालों पर रोक लगाकर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की मांग की है, ताकि पतित पावनी यमुना का अस्तित्व सुरक्षित रह सके। बैठक के उपरांत फल आढ़ती गौरव पोरवाल व सौरभ गुप्ता ने बैकुंठ रथ की वार्षिक सदस्यता ग्रहण की। बैठक में मौजूद सदस्यों ने शाखा के नए मेहमानों का का हृदय से अभिनंदन किया।

समापन पर अंत्येष्टि स्थलों की प्रतिदिन सफाई करने वाले सफाई कर्मी रज्जन बाल्मिक को यमुना घाट सेवा समिति के संरक्षक ज्ञान सक्सेना ने दो हजार रूपये मासिक वेतन प्रदान किया। अभियान में बैठक में प्रमुख रूप से बैंक से सेवानिवृत्त अधिकारी शेखर गुप्ता, तेज बहादुर वर्मा, सभासद छैया त्रिपाठी, मनीष कुमार (हीरू), आदित्य पोरवाल, सरदार राजपाल सिंह, दीपक सोनी, सभासद पंकज मिश्रा, हर्ष गुप्ता, अर्पित दुबे एडवोकेट, अजय पोरवाल, रानू पोरवाल, कपिल गुप्ता, आनन्द गुप्ता (डाबर), भीमसेन सक्सेना, आदि यमुना मैया के सेवादार मौजूद रहे।

सुनील

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