भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने चाय की दुकान पर बैठ, की चुनावी चर्चा

—आम लोगों की तरह पूर्व केन्द्रीय मंत्री दुकान की पटरी पर बैठे

, राज्य मंत्रियों के संग चाय पी, कार्यकर्ताओं से किया संवाद

वाराणसी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में अभी विधानसभा चुनाव होने में देर है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी और प्रदेश सरकार के मंत्री चुनावी तैयारियों के साथ लोगों से जुड़ाव और सीधा संवाद के लिए चाय की दुकानों पर भी देखे जाने लगे है। 
शुक्रवार को यह नजारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दिखा। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की वाराणसी खंड की शिक्षक और स्नातक कोटे से चुनाव लड़ रहे पार्टी प्रत्याशियों के चुनावी तैयारियों का जायजा लेने आये प्रदेश के नव नियुक्त प्रभारी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह तीन राज्य मंत्रियों डा.नीलकंठ तिवारी, राज्‍यमंत्री रवींद्र जायसवाल, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय और अन्य स्थानीय पदाधिकारियों के साथ गोलघर क्षेत्र में दुकान की पटरी पर बैठ कर चाय की चुस्कियां लेते रहे। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों के साथ कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत कर एमएलसी चुनाव को लेकर बातचीत की। 
पूर्व केन्द्रीय मंत्री का अंदाज खांटी बनारसी लोगों को भी खूब भाया। दरअसल, प्रदेश प्रभारी कालभैरव मंदिर में मंत्रियों के साथ दर्शन पूजन के लिए गये थे। दर्शन पूजन के बाद राज्यमंत्री और शहर दक्षिणी विधानसभा के विधायक डा.नीलकंठ तिवारी उन्हें लेकर गोलघर की प्रसिद्ध चाय की दुकान पर ले गये। वहां मौजूद लोगों ने भाजपा नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया। लोगों को दुकान की पटरी पर बैठे चाय पीते देख पूर्व कैबिनेट मंत्री भी उन्हीं के अंदाज में दुकान की पटरी पर बैठे और राज्यमंत्रियों के साथ चाय पी। इस दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री कार्यकर्ताओं और मौजूद आम लोगों से बातचीत कर एमएलसी चुनाव का रूख भी भांपते रहे। 
बताते चले कि, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दीपावली के एक दिन पहले पूर्व केन्द्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया है। राधा मोहन सिंह उत्तर प्रदेश की सियासी नब्ज को पहचानने में माहिर है। सांगठनिक क्षमता के लिए भी जाने जाते हैं। वर्ष 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव सत्ताधारी भाजपा के लिए भी अह्म और प्रतिष्ठा का सवाल है। ऐसे में राधामोहन सिंह पर विश्वास जमा शीर्ष नेतृत्व ने भी बड़ा दाव खेला है। विधान परिषद का चुनाव भी उनके सफलता का पैमाना बनेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जनसंघ से लम्बे समय तक जुड़े राधा मोहन सिंह छह बार सांसद और बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

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