बहराइच :वर्तमान प्रगति नाकाफी, गुणात्मक सुधार लाने के निर्देश

बहराइच(हि.स.)। कलेेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह को निर्देश दिए कि जिले के समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों पर्याप्त साफ-सफाई, रंग-रोगन, बिजली-पंखे, फर्नीचर, दरवाजों एवं खिड़कियों की आवश्यक मरम्मत कराकर वहां पर मरीजों एवं उनके साथ आने वाले तीमारदारों के बैठने, पेयजल एवं प्रसाधन के बेहतर से बेहतर प्रबन्ध किये जाए।

जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर मानक के अनुसार चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ, दवाओं, उपकरण इत्यादि का समुचित प्रबन्ध कर अपग्रेड किया जाए जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपने घर के आस-पास ही बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलने लगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केन्द्रों के अपग्रेडेशन से जिला चिकित्सालय आने वाले मरीजों की संख्या में कमी आएगी। जिसका परिणाम यह होगा कि चिकित्सालय में भी मरीजों को अपेक्षाकृत बेहतर इलाज मुहैय्या हो सकेगा। सीएमओ को निर्देशित किया गया कि विगत चार माह में सबसे खराब प्रगति वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को परफार्मेन्स रिपोर्ट के साथ चेतावनी पत्र तथा अच्छी प्रगति हासिल करने वाले तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की प्रशन्सा का उल्लेख बैठक की कार्यवृत्ति में किया जाए। उन्होंने सीएमओ को यह भी निर्देश दिया कि आगामी बैठक में शासनादेश के अनुसार निर्धारित प्रारूप पर तुल्नात्मक डाटा भी प्रस्तुत किया जाय।

बैठक के दौरान सीएमओ डॉ. सिंह ने बताया कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों पर चिकित्सक एवं सीएचओ द्वारा 7540 लोगों को ई-संजीवनी ओ.पी.डी. के तहत नान-कम्युनिकेशन डिजीज-ब्लड शुगर, कैंसर, हाईपरटेंशन आदि की जांच कर उन्हें चिकित्सकीय उपचार हेतु परामर्श प्रदान किया गया। डीएम ने निर्देश दिया कि जिले के समस्त पीएचसी एवं उपकेन्द्र स्तर पर स्थापित हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर्स को क्रियाशील कर अधिक से अधिक लोगों को ई-संजीवनी ओ.पी.डी. से आच्छादित किया जाए। डीएम ने वर्तमान प्रगति को नाकाफी बताते हुए इसमें गुणात्मक सुधार लाए जाने के निर्देश दिये गये।

बैठक में फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफ.आर.यू.) की समीक्षा के दौरान बताया गया कि सिजेरियन प्रसव हेतु जिले में जिला चिकित्सालय (मेडिकल कालेज) व सीएचसी नानपारा, कैसरगंज, महसी, मोतीपुर व पयागपुर कुल 06 एफ.आर.यू. क्रियाशील हैं। डीएम ने निर्देश दिया कि इन्हें मैन पावर व अन्य संसाधनों के साथ क्रियाशील रखते हुए गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए।

राहुल/मोहित

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