पुलिस ने लखनऊ, कानपुर व बाराबंकी में की छापेमारी रेमडेसिविर की कालाबाजारी
मडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में शामिल दलालों की तलाश में कमिश्ननरेट पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान हर्षा अस्पताल में भी तलाशी ली गई। इस अस्पताल के मालिक शहजाद शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए थे। इन कार्रवाई में आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनसें मिली जानकारी के आधार पर पुलिस की एक टीम कानपुर और बाराबंकी भी भेजी गई है। कानपुर में थापा नाम के आरोपी की तलाश हो रही है जिसका नाम ठाकुरगंज पुलिस के हत्थे चढ़े लैब टेक्नीशियन ने लिया था। बाराबंकी में रितेश मौर्या का पता लगाया जा रहा है। रितेश ने ही मानकनगर में आरोपियों को नकली इंक्शन उपलब्ध कराए थे।
लखनऊ के अमीनाबाद, नाका, गोमतीनगर और मानकनगर पुलिस ने शुक्रवार को 16 लोगों को गिरफ्तार कर 216 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए थे। इनमें नाका पुलिस को मिले 116 इंजेक्शन असली निकले थे। मानकनगर के सारे इंजेक्शन नकली पाए गए थे। अन्य को जांच के लिए भेज दिया गया था। पकड़े गए दलालों में केजीएमयू, क्वीनमेरी के संविदा कर्मचारी भी शामिल थे। इन सबसे रात में हुई पूछताछ में पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली थीं। इसके बाद ही आनन-फानन रात में टीमें बनाकर छापेमारी की गई थी।
डायरियां, फाइलें और लैपटॉप कब्जे में लिया
पुलिस ने छापेमारी के दौरान अस्पताल से फाइलें और लैपटॉप कब्जे में ले लिया। कर्मचारियों और नर्स से लम्बी पूछताछ की गई। बताया जाता है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन लिखे कई पर्चे भी मिले हैं। ए पर्चे रेमडेसिविर इंजेक्शन की बरामदगी पर पुलिस से बचने के लिए बनवाने की बात सामने आ रही है। एसीपी श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि हर्षा अस्पताल के मालिक शहजाद को रिमाण्ड पर लिया जाएगा।
मेडिसिन मार्केट खुलने का इंतजार पुलिस को
एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि पुरानी मेडिसिन मार्केट के व्यापारी द्वारा कालाबाजारी करने की सूचना मिली थी। इसके बाद ही दो लोगों को पकड़ा गया था। गिरफ्तार सौरभ ने पुलिस को एक मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव (एमआर) के बारे में जरूरी जानकारियां दी थीं। ए ही रेमडेसिविर इंजेक्शन को कई अस्पताल में सप्लाई करता था। पुलिस का कहना है कि दवा बाजार इस समय बंद है। इसके खुलने पर कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।