पत्नी की हत्या के चश्मदीद गवाह पति ने मेडिकल की तीसरी मंजिल से लगाई छलांग
हाथ, पैर व सिर में आई गंभीर चोटें, गोली लगने से घायल होने पर मेडिकल में चल रहा था इलाज
झांसी(हि. स.)। सोमवार की सुबह मेडिकल कॉलेज परिसर में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब कटेरा थाना क्षेत्र के ग्राम लारोन में जमीनी मामले को लेकर हुए विवाद में गत दिनों एक वृद्ध की पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि पति गोली लगने से घायल हो गया था और वही हत्या के चश्मदीद गवाह भी हैं। मेडिकल कॉलेज में इलाज करा रहे मृतका के पति ने मेडिकल काॅलेज की तीसरी मंजिल से कूदकर जान देने का प्रयास किया। घटना में बुजुर्ग के हाथ-पांव और सिर में गंभीर चोटें आने पर उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया।
कटेरा थाना क्षेत्र के ग्राम लारोन में 26 मई को जमीनी मामले को लेकर प्रधान पति समेत आधा दर्जन लोगों ने गोली मारकर नारायण सिंह को घायल कर दिया था, जबकि उनकी पत्नी सुखमारी की गोली लगने से मौत हो गई। नारायण सिंह को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज की नई बिल्डिंग में तीसरी मंजिल पर बने सर्जरी वार्ड में भर्ती कराया गया था। बताया गया कि सोमवार की सुबह नारायण सिंह बाथरूम के लिए वार्ड में बने शौचालय में गए थे। तभी वहां खिड़की से नीचे कूद गये। बेटे बृजेंद्र ने बताया कि उसकी मां की तेरहवीं थी, इसलिए वह रविवार की शाम को वह घर चला गया था। वार्ड में पिता के पास उसके फूफा और एक सिपाही मौजूद थे।
सिपाही के अनुसार सुबह करीब 3 बजे नारायण सिंह बाथरूम करने गए और 15 मिनट तक जब बाहर नहीं आये तो शौचालय में जाकर देखा तो वह नहीं मिले। उनकी तलाश के लिए वार्ड से लेकर पूरी बिल्डिंग में देखा, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। तब इसकी सूचना पुलिस और मेडिकल कॉलेज के सिक्योरिटी गार्ड को दी। करीब 1 घंटे बाद पता चला कि नारायण सिंह बिल्डिंग के नीचे घायल अवस्था में पड़े हैं। इस पर आनन-फानन में उनको उपचार के लिए इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया।
नारायण सिंह के पुत्र बृजेंद्र सिंह ने बताया कि मां की हत्या के मामले में प्रधान पति समेत 7 आरोपियों के विरुद्ध कटेरा थाने में मामला दर्ज कराया गया था, आरोप लगाया कि घटना के 9 दिन बीतने के बाद भी अभी तक पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तारी नहीं की। मां की हत्या में उसके पिता ही चश्मदीद गवाह हैं। गांव में जमीन को लेकर पिछले 10 साल से विवाद चला आ रहा था।
महेश/सियाराम