उप्र: मायावती ने भीम राजभर को बनाया प्रदेश अध्यक्ष
लखनऊ (हि.स.)। विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में जुटी बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने मुनकाद अली को हटाकर भीम राजभर को उत्तर प्रदेश इकाई की कमान सौंपी है। हाल ही में प्रदेश में विधान सभा की रिक्त हुई सात सीटों पर हुए उपचुनाव में बसपा की झोली खाली रही थी। इसके बाद मायावती एक बार जातीय समीकरणों को पार्टी के पक्ष में करने के लिए नई रणनीति बनाने में जुट गई हैं।
मायावती ने रविवार को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की ट्वीट करके जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अति-पिछड़े वर्ग (ओबीसी) में राजभर समाज के पार्टी व मूवमेन्ट से जुड़े पुराने, कर्मठ एवं अनुशासित सिपाही भीम राजभर, निवासी जिला मऊ (आजमगढ़ मण्डल) को बसपा उत्तर प्रदेश स्टेट यूनिट का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बसपा सुप्रीमो ने भीम राजभर को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं भी दी।
इससे पहले विधानसभा उपचुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद मायावती ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली को कानपुर-बुन्देलखण्ड क्षेत्र के मुख्य सेक्टर प्रभारी पद से हटा दिया। उनके स्थान पर पार्टी के वरिष्ठ नेता लालाराम अहिरवार को जिम्मेदारी सौंपी गई। मुनकाद को घाटमपुर उपचुनाव के उम्मीदवार की घोषणा के समय ही पूरे क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई थी। पार्टी प्रमुख ने इस सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए ही प्रदेश अध्यक्ष को यहां का प्रभारी बनाकर भेजा था। लेकिन, पार्टी की रणनीति काम नहीं आई। इसके बाद पहले उन्हें कानपुर-बुन्देलखण्ड क्षेत्र के मुख्य सेक्टर प्रभारी पद से हटाने के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया।
उपचुनाव में बसपा सात में से महज बुलन्दशहर सदर सीट पर दूसरे स्थान पर रही। यहां उसके उम्मीदवार मौहम्मद यूनुस को 66,943 वोट मिले। उन्होंने 33.08 प्रतिशत मत हासिल किए। वहीं सात सीटों पर उपचुनाव में 18.97 प्रतिशत मत के साथ तीसरे स्थान पर रही और उसके उम्मीदवारों को कुल 2,46,618 मत मिले। उपचुनाव के नतीजों पर मंथन करने के बाद और विधानसभा चुनाव को लेकर आगामी रणनीति के मद्देनजर मायावती ने अब भीम राजभर को जिम्मेदारी सौंपी है।
मायावती ने इसके जरिए समाजवादी पार्टी के ओबीसी वोट बैंक में भी सेंध लगाने की कोशिश की है। हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव को लेकर मायावती एक बार फिर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमलावर बनी हुई हैं। उन्होंने विधान परिषद चुनाव में सपा को हराने के लिए भाजपा सहित किसी भी अन्य दल के समर्थन का ऐलान किया है।