उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए 05 लाख, 53 हजार का चेक सौंपा
-श्रीराम, राष्ट्र व रोटी, यह तीनों त्रिवेणी रूपी एक दूसरे के पूरक हैं: केशव प्रसाद मौर्य
अयोध्या(एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मंगलवार को अयोध्या पहुंचे और श्रीहनुमानगढ़ी का दर्शन किए। इसके बाद वे सपत्नी श्रीराम जन्मभूमि में प्रभु श्रीराम लला एवं उनके भाईयों की अलौकिक छवि के दर्शन एवं पूजन किया। इस मौके पर उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के मुख्य नायक श्रद्धेय स्व. अशोक सिंघल व ठाकुर गुर्जर सिंह को भी याद किया।
उपमुख्यमंत्री श्री मौर्य ने बताया कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास का आशीर्वाद लिया और उन्हें अलग-अलग तीन चेक पांच लाख, 53 हजार रूपये का भेंट किया। बताया कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए अपने नाम से 01 लाख, 51 हजार, स्वर्गीय माता व पूज्य पिताजी की ओर से 01 लाख, 51 हजार तथा पत्नी, पुत्रों और परिजनों की ओर से 02 लाख, 51 हजार रूपये का दान किया। वे मंगलवार को कारसेवकपुरम में विशेष पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद फेसबुक पर एक वीडियो जारी करके दी।
श्री मौर्य ने कहा कि अनगिनत रामभक्तों के बलिदान के बाद शुभ घड़ी आ रही है। इससे एक रामभक्त व कारसेवक होने के कारण से या इस आन्दोलन के हिस्सा होने के कारण मैं आन्तरिक रूप से अह्लादित हूं, बेहद प्रसन्न हूं, जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता।
कहा श्रीराम मंदिर की लम्बी लड़ाई तथा सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई के बाद यह मार्ग प्रशस्त हो पाया। वर्तमान में इसका श्रेय किसी को देना है तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार और सरकार बनाने वाले सभी देशभक्तों की है। कहा कि मुझे श्रद्धेय स्व.अशोक सिंघल व ठाकुर गुर्जर सिंह का काफी आशीर्वाद मिला।
इसके बाद वे भूमि पूजन के कार्यक्रम की समीक्षा किये। उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य अपने तय कार्यक्रम के तहत राम नगरी पहुंचे हैं। वह स्वर्गीय लालजी टंडन की अस्थियां सरयू में विसर्जित करेंगे और राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की तैयारियों पर भी चर्चा करेंगे।
उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 05 अगस्त को अपने-अपने घरों में दीप जलाकर भव्य दिपावली मनाने की अपील की। यह तिथि इतिहास निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी। कहा कि श्रीराम व राष्ट्र में कोई अंतर नहीं है, श्रीराम, राष्ट्र व रोटी, यह तीनों त्रिवेणी रूपी एक दूसरे के पूरक हैं।