इस वर्ष की 10 बड़ी वारदातें, जिसने इंसानियत को किया तार-तार
नई दिल्ली (हि.स.)। देश में हत्या के मामलों में हर साल वृद्धि हुई है। वर्ष 2022 खत्म होने में केवल सात दिन बचे है और इस वर्ष भी हत्या के हजारों मामले पूरे देश से सामने आए हैं। लेकिन इस साल कुछ ऐसी वारदातें हुईं, जिन्होंने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। ये हत्याएं ऐसी रहीं, जिनके बारे में देश के हर कोने में चर्चा हुई और ये लंबे समय तक अखबारों, न्यूज वेबसाइट्स और न्यूज चैनलों की सुर्खियां बनी रहीं।
-श्रद्धा वाल्कर हत्याकांड (नई दिल्ली)
इस वर्ष में सबसे पहले नम्बर पर बहूचर्चित श्रद्धा वाल्कर हत्या कांड है। इस हत्या कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस हत्या कांड के आरोपित आफताब अमीन पूनावाला को पुलिस ने 12 नवंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि आफताब ने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या करीब 6 महीने पहले 18 मई को की थी और उसके शरीर के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रखा था। इसके बाद उसने धीरे-धीरे कर उसके शरीर के टुकड़ों को दिल्ली के कई इलाकों में फेंका। श्रद्धा के शरीर के टुकड़ों को रखने के लिए आफताब ने एक नया फ्रिज भी खरीदा था। इस मामले में पुलिस से बचने के लिए आफताब ने बड़ी सफाई से श्रद्धा के शव को ठिकाने लगाया और सारे साक्ष्य बेहद चालाकी से मिटा दिए। श्रद्धा के पिता ने आफताब के परिवार पर भी मामला चलाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने पुलिस को जानकारी दी थी।
-सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (पंजाब)
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड देश का दूसरा ऐसा बड़ा मामला रहा जिसने पूरे पंजाब को झकझोर दिया। पूरे देश में इस हत्याकांड की चर्चा आज भी हो रही है। इसमें अब भी खुलासे हो रहे है। इस हत्याकांड के संबंध विदेश में बैठे अपराधियों से जोड़े जा रहे हैं। मूसेवाला को मानसा जिले के जवाहरके गांव में 29 मई को मारा गया था। सिद्धू मूसेवाला को कथित तौर पर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों ने गोलियों से छलनी कर दिया था।
इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने तेजी से मामले की जांच करते हुए लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ शुरू की थी। पंजाब सरकार ने इस मामले को लेकर जानकारी दी कि गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की ओर से सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। अब तक इस मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, लेकिन इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
-कन्हैया लाल हत्याकांड (उदयपुर, राजस्थान)
कन्हैया लाल हत्याकांड इस वर्ष का तीसरा बड़ा हत्याकांड रहा। इसकी शुरुआत भाजपा की पूर्व नेता नूपुर शर्मा के मोहम्मद पैगम्बर पर दिए गए एक बयान से हुई। उस बयान के बाद पूरे देश में एक धर्म विशेष की ओर से ‘सर तन से जुदा’ की सोच जागी और कन्हैया लाल हत्याकांड उस सोच की पहली वारदात थी। कन्हैया लाल की हत्या उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों ने दिन-दहाड़े की और इस हत्या का एक वीडियो भी बनाया, जिसे बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर डाल दिया था। युवकों ने इस हत्याकांड को कन्हैया लाल की दुकान में घुसकर अंजाम दिया था।
उक्त मामले में दोनों आरोपितों की पहचान रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के रूप में हुई थी और वे दोनों उदयपुर में किराए का कमरा लेकर रह रहे थे। इस मामले में कन्हैया लाल के बेटे ने नूपुर शर्मा के बयान के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाल दी थी, जिसके बाद ही इन दोनों युवकों ने इस हत्या कांड की कहानी रची। पुलिस ने तेजी से काम करते हुए, कुछ ही घंटो में दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अब तक 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
-भागलपुर नीलम हत्याकांड (बिहार)
जहां एक ओर दिल्ली के श्रद्धा वाल्कर हत्याकांड ने पूरे देश को सन्न कर दिया, वहीं बिहार के भागलपुर में भी चौथा ऐसा हत्याकांड सामने आया, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। तीन दिसंबर की शाम नीलम नाम की महिला की बेरहमी से हत्या की गई, जब वह बाजार से घर लौट रही थी। इस हत्याकांड में मृतका के पति ने दो व्यक्तियों मो. शकील व मो. जुद्दीन को नामजद किया है। इन दोनों आरोपितों ने सरेराह 42 वर्षीय नीलम देवी पर धारदार हथियार से अचानक हमला कर दिया और उसके शरीर पर कई वार किए।
आरोपितों ने हथियार से नीलम के हाथ-पैर और स्तन काटकर अलग कर दिए। इस वारदात को अंजाम देकर आरोपित वहां से भाग निकले और नीलम इस हमले में बुरी तरह घायल हो गई। स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां अगले दिन उसकी मौत हो गई। वहीं पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच कर रही है।
-त्रिलोकपुरी हत्याकांड (नई दिल्ली)
पांचवा चर्चित मामला जिसने लोगों के होश उड़ाये वह श्रद्धा वाल्कर केस की तरह था। इसमें त्रिलोकपुरी में भी ठीक श्रद्धा जैसा मामला सामने आया। हालांकि इस बार शिकार एक महिला या युवती नहीं बल्कि एक पिता था। यह मामला श्रद्धा से पहले का है और पांच जून को प्रकाश में आया था। जब पुलिस को रामलीला मैदान में बॉडी पार्ट्स मिले। पुलिस की जांच में पता चला कि अंजन दास नाम का एक व्यक्ति 5-6 महीने से मिसिंग है और उसकी मिसिंग रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कराई गई है।
जांच में पुलिस ने मृतक के सौतेले बेटे दीपक और उसकी दूसरी पत्नी पूनम को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि पूनम को शक था कि मृतक उसकी बेटी और बहू (दीपक की पत्नी) पर बुरी नजर रखता था। इसी के चलते 30 मई को उन्होंने नींद की दवा शराब में मिलाकर उसे पिला दी और उसके बेहोश होते ही दीपक ने उसका गला काट दिया। इसके बाद उसके शरीर के 10 टुकड़े किए और अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए।
-सोनाली फोगाट हत्याकांड (गोवा)
छठा मामला 42 वर्षीय सोनाली फोगट का है। 23 अगस्त 2022 को उत्तरी गोवा के अंजुना में सेंट एंथोनी अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया था। शुरुआती जांच में मौत का कारण दिल का दौरा बताया गया, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसके शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान थे। उसकी मौत के बाद, गोवा पुलिस ने उसकी मौत की जांच के लिए हत्या का मामला दर्ज किया। शुरुआत में इस बात का शक था कि भाजपा नेता, बिग बॉस की पूर्व प्रतियोगी और वायरल टिकटॉक स्टार सोनाली फोगट का 22 अगस्त की देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ।
सीबीआई जांच ने भाजपा नेता और अभिनेत्री सोनाली फोगट के निजी सहायक सुधीर सांगवान और उनके सहायक सुखविदर सिंह पर उनकी हत्या का आरोप लगाया। सीबीआई की चार्जशीट के अनुसार, सांगवान और सिंह पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत धारा 34 (सामान्य इरादा) और 36 (प्रभाव (इस मामले में मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है और फिलहाल अभी भी इस मामले की जांच चल रही है।
-सूटकेस में दो महिलाओं के मिले टुकड़े (कर्नाटक)
सातवां मामला जून 2022 में, कर्नाटक पुलिस को एक नहर के पास दो महिलाओं के शरीर के अंग मिले, जिन्हें एक दूसरे से लगभग 25 किलोमीटर दूर फेंका गया था। शवों के ऊपरी धड़ गायब थे और केवल शरीर के निचले हिस्से ही बरामद किए गए थे। पुलिस ने अपनी जांच में चामराजनगर की एक लापता महिला के तौर पर शवों में से एक की पहचान की। इस मामले के हफ्तों बाद पुलिस पीड़ित की पहचान का पता लगाने में कामयाब हुई।
इसके बाद पुलिस ने फोन रिकॉर्ड का उपयोग करते हुए, अपराधियों को गिरफ्तार किया। आरोपितों की पहचान 35 वर्षीय टी सिद्दलिंगप्पा और उसकी प्रेमिका चंद्रकला के तौर पर हुई थी। उन्होंने पूछताछ में तीन महिलाओं की हत्या करने का खुलासा किया। इसके साथ ही यह भी बताया कि उनकी टार्गेट लिस्ट में पांच और महिलाएं शामिल थीं, जिन्होंने कथित तौर पर चंद्रकला को वेश्यावृत्ति की ओर धकेला था।
-अंकिता भंडारी हत्याकांड
आठवां मामला बीती 23 सितंबर 2022 को उत्तराखंड की 19 वर्षीय होटल रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या का है। पुलिस ने मुख्य आरोपित के तौर पर होटल के मालिक को गिरफ्तार किया। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि आरोपित युवती से कथित तौर पर वेश्यावृत्ति के लिए दबाव बना रहा था। इस मामले में बड़ी बात यह थी कि आरोपित पुलकित आर्य उत्तराखंड के पूर्व मंत्री विनोद आर्य का बेटा और उत्तराखंड ओबीसी कल्याण आयोग के मौजूदा उपाध्यक्ष अंकित आर्य का भाई है।
-समृद्धि पाने के लिए मानव बलि (केरल)
नौंवा मामले में केरल पुलिस ने 13 अक्टूबर 2022 को एक जोड़े सहित तीन लोगों को काले जादू की रस्म के तहत कथित रूप से मानव बलि देने के आरोप में गिरफ्तार किया था। भगवान के नाम पर नरभक्षण का अभ्यास करते हुए, तीनों अभियुक्तों ने अपने जीवन में समृद्धि प्राप्त करने के लिए ‘मानव बलि’ का खून अनुष्ठान किया था। पुलिस ने इस मामले में 52 वर्षीय शफी, पारंपरिक हीलर व मसूज़, 68 वर्षीय भगवल सिंह, और उसकी 59 वर्षीय पत्नी लायल के साथ दो अन्य महिलाओं 49 वर्षीय रोसली व 52 वर्षीय पद्मम को बेरहमी से हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपितों ने 2022 में जून से सितंबर के बीच अलग-अलग दिनों में महिलाओं की हत्याओं को अंजाम दिया था। पुलिस ने पाया कि पथनमथिट्टा जिले के एलेन्थूर में सिंह के घर में देवी को खुश करने के लिए एक अनुष्ठान के तहत महिलाओं के शवों को कई टुकड़ों में काट दिया गया था।
प्रेमिका की गला रेतकर हत्या, हत्या का वीडियो किया वायरल (मध्य प्रदेश)
दसवां मामला मध्य प्रदेश राज्य में आठ नवंबर 2022 को सामने आया। इसमें एक व्यक्ति ने अपनी प्रेमिका द्वारा बेवफाई करने पर उसकी गला रेतकर हत्या कर दी। आरोपित की पहचान अभिजीत परिहार के तौर पर हुई और इस मामले में हैरान करने वाली बात यह थी कि हत्या की वारदात के बाद उसने एक वीडियो बनाया, जिसमें वह यह कहता नजर आया कि ‘बेवफाई नहीं करने का’, जिसके बाद वह एक मृत महिला को दिखाने के लिए शव के ऊपर से कंबल हटाता है।
इस वीडियो को शूट करने के बाद उसने इसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। इसके बाद एक अन्य वायरल वीडियो में उसने बताया कि उसका नाम अभिजीत है और वह पटना (बिहार) का एक कारोबारी है। उसने बताया कि जितेंद्र नाम का एक व्यक्ति उसका बिजनेस पार्टनर है और उसने महिला पर आरोप लगाया कि उसके उन दोनों के साथ संबंध थे।
अश्वनी