असंगठित कामगारों के लिए पेंशन योजना लॉन्च: उपकर आयुक्त

प्रयागराज। असंगठित कामगारों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार ने पेंशन योजना लॉन्च की है। जिसका लाभ 18 वर्ष से लेकर 40 वर्ष के श्रमिकों को मिलेगा।  यह श्रम मंत्रालय, भारत सरकार के कल्याण एवं उपकर आयुक्त चन्द्रदेव ने शुक्रवार को दांदूपुर स्थित समदरिया स्कूल ऑफ स्पेशल एजुकेशन में आयोजित “प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना-परिचर्चा“ में बतौर मुख्य वक्ता की। उन्होंने कहा कि यह योजना अंशदान पद्वति पर आधारित है, जो मासिक किश्त के रूप में लाभार्थी के खाते से कटेगी और उतनी ही धनराशि सरकार द्वारा उस खाते में प्रेषित करके उसे दोगुना करेगी। इस प्रकार 60 वर्ष बाद पंजीकृत श्रमिक लाभार्थी को 3000 रुपये मासिक पेंशन आजीवन मिलेगी। 
उन्होंने कहा कि देश में कामगारों की एक बड़ी आबादी असंगठित क्षेत्र में काम कर रही है। असंगठित श्रमिकों में प्रायः सामाजिक सुरक्षा का अभाव खटकता है। आवश्यकता है कि इन्हें शारीरिक और मानसिक सुरक्षा की अनुभूति हो सके। केंद्र सरकार इसके लिए विशेष प्रयत्न कर रही है। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष के श्रमिकों को मात्र 55 रुपये मासिक अंशदान जमा करना होगा। इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी भारत सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम को दे रखी है। 
अध्यक्षता करते हुए रमाकांत त्रिपाठी ने कहा कि प्रभावी श्रम कानून न लागू होने के कारण असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की स्थिति दयनीय है। उनका रोजगार और वेतन दोनों सुनिश्चित नहीं है। ऐसे में भविष्य निधि की परिकल्पना करना कठिन है। अतिथियों का स्वागत संस्थान के निदेशक डॉ. मणि शंकर द्विवेदी ने एवं संचालन रण बहादुर सिंह ने तथा आभार ज्ञापन कोऑर्डिनेटर विनीत पांडेय ने किया। 

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