राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन को मांगे गए सुझाव

-माध्यमिक शिक्षा विभाग में चरणबद्ध तरीके से लागू होगी नई शिक्षा नीति-आराधना शुक्ला
-बेहतर शिक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा में सुधार की अपार सम्भावनाएं-अशोक गांगुली
लखनऊ। प्रदेश की अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का गहराई से अध्ययन कर लें तथा जमीनी स्तर पर कैसे क्रियान्वयन करना है, उसकी रूपरेखा अभी से तैयार कर लें। 
अपर मुख्य सचिव ने प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के संबंध में योजना भवन में वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से आयोजित कार्यशाला में यह निर्देश दिए। उन्होंने नई शिक्षा नीति के व्यापक प्रसार और क्रियान्वयन की रणनीति विकसित करने के लिए वर्चुअल कार्यशाला, वेबिनार कराने के निर्देश दिए। इसके जरिए सभी स्टेकहोल्डर्स को जागरूक कर सुझाव और कार्ययोजना प्राप्त करने को कहा। 
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 प्रभावी की है, जिसकी भावना और प्रयोजन को आत्मसात कर माध्यमिक शिक्षा विभाग में चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित किया जाना है। इस दौरान वीडियो काॅन्फ्रेसिंग में निदेशालय, मंडल और जिले के समस्त शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे। 
वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के मुख्य वक्ता अशोक गांगुली, पूर्व चेयरमैन, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, (सीबीएसई) नई दिल्ली एवं पूर्व शिक्षा निदेशक, उत्तर प्रदेश ने नई शिक्षा नीति 2020 के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बेहतर शिक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा में पाठ्यक्रम, परीक्षा प्रणाली, शिक्षक प्रशिक्षण, आधारभूत सुविधाएं, गुणवत्तापरक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा में सुधार की अपार सम्भावनाएं हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इन विषयों पर विस्तृत दिशा निर्देश दिये गए हैं। 
उन्होंने रुचिकर और रचनात्मक गतिविधियों को सम्मिलित कर अधिक संवादात्मक तरीके से शिक्षण विधि अपनाने पर बल दिया। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा परिषद को नई शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन हेतु अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। 
इस अवसर पर विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा आर्यका अखौरी, जय शंकर दुबे, कुंवर राघवेन्द्र सिंह एवं शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) विनय कुमार पाण्डेय सहित निदेशालय और शासन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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