राम जन्मभूमि को लेकर उत्साहित रहे कारसेवक, अखंड रामायण के साथ मनाएंगे दीप उत्सव
गोंडा) अपनी जान की बाजी लगाकर कारसेवा में असीम योगदान देने वाले लोगों के परिजनों ने श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का सपना साकार होते देख काफी उत्साहित रहे। अपने गांव के पास स्थित देवालय में अखंड रामायण पाठ का अनुष्ठान कर शाम को घी के दीपक जलाकर दीपोत्सव मनाएंगे।
जनपद के कस्बा खरगूपुर के भगवानदीन पुरवा एक ऐसा गांव है। जहां से वर्ष 1992 में कारसेवा के लिए बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक रहे स्वर्गीय सुरेंद्र नाथ मिश्र अपने साथ 50 कारसेवकों को लेकर जन्मभूमि आंदोलन के लिए निकल पड़े थे। इनके परिजन बताते हैं कि तत्कालीन सरकार की नाकाबंदी के कारण इनके साथ रहे सभी कारसेवकों को नवाबगंज में गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन सुरेंद्र मिश्र सहित पांच लोग पुलिस को चकमा देकर एक पूर्व विधायक के घर में जा छिपे और रातों-रात नदी के रास्ते नाव से होते हुए अयोध्या की सीमा में प्रवेश कर गए।
उनकी पत्नी सुशीला देवी बताती हैं कि वहां से लौटने के बाद उनके पति अपने सारे कष्टों को भूलकर इतना उत्साहित थे कि फूले नहीं समा रहे थे। कारसेवा में जाने से पहले वह अक्सर कहा करते थे कि जिनको भगवान राम ने बुलाया होगा उनको पुलिस व सरकार थोड़े रोक पाएगी। यह बताते हुए वह रो पड़ी। कहती हैं कि आज उनके पति जीवित होते तो राम जन्मभूमि का शिलान्यास कार्यक्रम में चाहे उनको कार सेवा की तरह ही जाना पड़ता लेकिन वह जरूर अयोध्या जाते। और यह दिन उनके जीवन का सबसे सुनहरा दिन होता। फिर भी मंदिर का निर्माण हो जाने से उनके जैसे उन तमाम कारसेवकों की आत्मा को शांति मिलेगी, जिन्होंने राम मंदिर के खातिर अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया था। मंदिर निर्माण ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सुरेंद्र मिश्र के पुत्र प्रशांत मिश्रा ने बताया गांव स्थित मां काली जी के स्थान पर राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण को लेकर अखंड रामायण के पाठ का आयोजन किया गया। शाम को गांव में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पिता की समाधि स्थल सहित पूरे गांव के लोग दीपोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे।