मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोविंद बल्लभ पंत को जयंती पर दी पुष्पांजलि

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भारत रत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत की 133वीं जयंती के अवसर पर लोक भवन स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की। कोरोना के मद्देनजर कार्यक्रम बेहद संक्षिप्त रहा और मुख्यमंत्री श्रद्धांजलि अर्पित कर चले गए। इस दौरान प्रदेश के विधायी, न्याय एवं ग्रामीण अभियन्त्रण सेवा मंत्री बृजेश पाठक और मुख्य सचिव आरके तिवारी भी उपस्थित रहे।  
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले पं. गोविंद बल्लभ पंत के योगदान को याद करते हुए ट्वीट किया कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, कुशल राजनीतिज्ञ एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत जी की जयंती तिथि पर उन्हें सादर नमन। उत्तर प्रदेश के विकास और राष्ट्र निर्माण में आपका योगदान हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत एवं अनुकरणीय है।
उप्र विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने ट्वीट किया कि महान स्वतंत्रता सेनानी, कुशल प्रशासक एवं ओजस्वी वक्ता, उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री भारतरत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समर्पित देशभक्त एवं उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री भारतरत्न पं. गोविंद बल्लभ पंत जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने ट्वीट किया कि भारतीय संविधान में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाने और जमींदारी प्रथा को खत्म कराने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, सफल वक्ता, विचारक एवं लेखक ‘भारत रत्न’ गोविंद बल्लभ पंत जी की जयंती पर नमन।
गोविंद बल्लभ पंत कुशल प्रशासक के साथ महान स्वतंत्रा संग्राम सेनानी भी थे। उनकी सक्रियता और काबिलियत को देखते हुए ही आजादी के बाद उनको देश के सबसे बड़े प्रदेश की कमान सौंपी गयी। प्रदेश के समग्र विकास का खाका तैयार कर उन्होंने खुद को साबित भी किया। केन्द्रीय गृहमंत्री के रूप में भी गोविंद बल्लभ पंत ने देश की उस समय की आंतरिक चुनौतियों को सफलता से सामना किया। भारत की राजनीति में मूल्यों, आदर्शों और शुचिता के प्रतीक थे। 

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