कबूतरबाजों ने पांच युवकों को दुबई की जगह भेज दिया चेन्नई, मुकदमा दर्ज

देवरिया। कबूतरबाजों ने दुबई भेजने के लिए पांच युवकोंं को फर्जी वीजा दे दिया। युवक रोजगार की तलाश में दुबई के स्थान पर चेन्नई पहुंच गए। दस दिनों बाद हकीकत का पता चलने पर पाचों बेरोजगार वापस घर आ गए। पीड़ितों ने घटना की शिकायत एसपी से की। एसपी ने साइबर सेल को जांच सौंपी। जांच में मामला सही मिलने पर साइबर सेल ने रामपुर कारखाने में दो कबूतरबाजों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। सोमवार को रामपुर कारखाना पुलिस दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। 

रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के विशुनपुर चिरकिहवा गांव के रहने वाले मुस्लीम पुत्र शाकिर ने गांव के एक युवक को विदेश भेजने के लिए रुपया दिया था। उस युवक को कुशीनगर जिले के हाटा के रहने वाले विजय बहादुर मल्ल पुत्र मैनेजर मल्ल, अख्तर अली पुत्र इरसाद, कसया के रहने वाले तारिख अली पुत्र अनवारुल और नेबुआनौरंगिया के सुनिल सिंह पुत्र शंकर सिंह ने भी 75-75 हजार रुपया दो कबूतरबाजों को दुबई जाने के लिए दिया था। कबूतरबाजों ने दुबई जाने के लिए पांचों युवकों को फर्जी वीजा दे दिया। उन्हें लखनऊ से चेन्नई भेज दिया। पाचों युवक चेन्नई में कंपनी को खोजते रहे। कुछ दिनों बाद सभी वापस अपने घर लौट आए। युवक कबूतरबाजों से अपना रुपया मांगने लगे। कबूतरबाजों ने रुपये देने से मना किया तो पीड़ितों ने एसपी से गुहार लगाई। 
एसपी ने इसकी जांच साइबरसेल प्रभारी मुकेश कुमार मिश्र को दी। उन्होंने जांच के बाद रामपुर कारखाना थाने में नवाजशरीफ पुत्र रियासत अली निवासी विशुनपुर चिरकिहवा और असलम अंसारी पुत्र स्व. इस्हाक अंसारी निवासी डिघवा थाना रामपुर कारखाना के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। रामपुर कारखाना पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। 
इस संबंध जब साइबर सेल प्रभारी मुकेश कुमार मिश्र ने बताया कि दो कबूतरबाजों ने पांच युवकों से विदेश भेजने के लिए रुपया लिया था। विदेश के स्थान पर चेन्नई भेज दिया। जांच में मामला सही मिला। रामपुर कारखाना थाने में दोनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया हैं। 

error: Content is protected !!