असग़र गोंडवी फॉउंडेशन की ओर से ईद के शुभ अवसर पर एक मुशायरा / कवि सम्मेलन का आयोजन
ईद मिलन समारोह के नाम से फैज़ाबाद रोड स्थित जनाब बशीर ठेकेदार के प्रांगण में किया गया । जिसकी अध्यक्षता आलमी शोहरत याफ़्ता शायर जनाब मुजीब सिद्दीक़ी ने की तथा जनाब वली मोहम्मद सभासद एवं आफ़ताब तन्हा सभासद मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे ।
मुशायरे का संचालन जनाब अफसर हसन ने किया, बुजुर्ग शायर जनाब जमील आज़मी की सरपरस्ती में मुशायरा व कवि सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।
मुशायरे में स्थानीय शायरों व कवियों के अतिरिक्त बाहर से आने वाले शायरों ने भी शिरकत की ।
मुशायरे का शुभ आरंभ जनाब हैदर गोंडवी की नात से हुआ तत्पश्चात शायरों व कवियों ने अपना कलाम पेश किया।
ईमान गोण्डवी ने कहा-
होठों को न यूँ सिल मेरे भाई मेरे दोस्त।
तू फूल है तू खिल मेरे भाई मेरे दोस्त
ये ईद मुहब्बत के लिए आती है,
आ मुझसे गले मिल मेरे भाई मेरे दोस्त।
अज़्म गोण्डवी ने कहा-
अपनी ख़ुशी में हम करें ग़ैरों को भी शरीक,
इस तरह भी वक़ार बढ़ाना है ईद का।
अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा-
ये भी फ़रमाने इलाही है कि ईद आए जब,
भूलकर शिकवों को सीने से लगाना सबको।
नजमी कमाल ने कहा-
मेरी हयात का मक़सद फ़क़त मुहब्बत है,
मिला है नजमी से जो भी दुआ सलाम हुआ।
आतिफ़ गोण्डवी ने कहा-
दिल में इक साथ नहीं रहते हैं हक़ और बातिल,
कुफ़्र आता है तो ईमान चला जाता है
ख़ालिद बेग ने कहा-
एक दिन ग़ैब से इमदाद हमारी होगी,
हम तेरी ज़ात पे बैठे हैं भरोसा करके।
अफ़सर हसन ने कहा-
हमें कब जानते थे लोग ना वाकिफ़ था सारा शह्र,
तेरे सदके गए पहचाने हम आहिस्ता आहिस्ता
इनके अलावा जमील आज़मी, मुजीब सिद्दीक़ी, नज़ीर गोण्डवी, आमिल गोण्डवी, डॉ असलम हाशिमी, हैदर गोण्डवी, शब्बीर शाद, कौसर सलमानी, अजय श्रीवास्तव, अंजुम वारसी, अफ़सर हुसैन, सूफ़ी गोण्डवी, मुशीर मयकश, अल्हाज गोण्डवी, इमरान मसूदी, अफ़ज़ल अदबी,जमशेद वारसी, अरबाज़ ईमानी ने भी अपने अपने कलाम पेश किए।
सामईन में ख़ास तौर से फ़ैज़ बारी, फरहान बारी, इरफ़ानम मोईन, शबाहत हुसैन, मंटु क़ाज़ी, रफ़ीक़ रैनी, जुनैद मीनाई, मो शुऐब, रिज़वान, इसरार, सोनू, कलीम, अली, सलाहुद्दीन, शादाब, परवेज़, नदीम पत्रकार, मतीन सिद्दीकी, डॉ आसिम, राशिद, दिलशाद वगैरा मौजूद रहे।
आतिफ़ गोण्डवी
जनरल सेक्रेटरी
असग़र गोण्डवी फाउंडेशन गोंडा
7007458861