UP News : SIT की जांच रिपोर्ट के बाद नहीं बचेगा कोई दोषी
प्रादेशिक डेस्क
हाथरस। उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के बूलगढ़ी गांव में गैंगरेप पीड़िता की मौत के मामले में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने साफ कहा है कि एसआईटी पूरे मामले की जांच कर रही है। एसआईटी की पहली रिपोर्ट पर एसपी सहित पांच पुलिसकमी सस्पेंड किये जा चुके हैं। फाइनल रिपोर्ट आने के बाद दोषी किसी कीमत पर नहीं बचेंगे। इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री खुद बेहद गंभीर हैं। अवनीश अवस्थी और डीजीपी हितेष चंद अवस्थी बूलगढ़ी में पीड़ित परिवार से मिलने के बाद पौने चार बजे एसपी ऑफिस आ गए। अवनीश ने कहा कि बूलगढ़ी की घटना पर उन्हें बेहद कष्ट है। अत्यंत दुखद घटना है। इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें और डीजीपी दोनों को पीड़ित परिवार से मिलने के लिए भेजा है। इसलिए वह इस परिवार से मिलने के लिए आए हैं। पूरे परिवार से घटनाक्रम के बारे जानकारी ली है। एसआईटी की टीम में गृह विभाग के एडीजी भगवान स्वरूप, डीआईजी चन्द्रप्रकाश द्वितीय और आईपीएस पूनम शामिल हैं। तीनों ही अधिकारी गहनता से जांच कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एसआईटी ने शुक्रवार की शाम को चार बजे अपनी पहली रिपोर्ट दी थी। उसी रिपोर्ट के आधार पर एसपी, सीओ,इंस्पेक्टर, एसएसआई, हेड मोहर्रर को सस्पेंड किया गया है। एसआईटी परिवार के हर व्यक्ति से बात कर रही है। आईजी, कमिश्नर और एसपी से बातचीत की गई है। गांव में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात रखने के लिए कहा गया है। उन्होंने हाथरस जिले के जनप्रतिनिधियों से बातचीत की है। उनकी अपील है कि जिले में सौहार्द्र बना रहे है। एसआईटी की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी, कोई बचेगा नहीं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया ने अवनीश अवस्थी से अपने सवाल पूछना शुरू किया तो उन्होंने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। मीडिया ने शोर मचाना शुरू किया तो वह कुर्सी से उठकर चल दिए। पूरी कॉन्फ्रेंस के दौरान डीजीपी एक शब्द नहीं बोले। मीडियाकर्मी डीजीपी से भी कुछ सवाल पूछना चाहते थे, परन्तु उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। मीडियाकर्मी दोनों अधिकारियों की गाड़ी के पीछे दौड़े। दोनों अधिकारी वहां से निकल गये। मीडिया से बातचीत के दौरान कश्मिनर, आईजी और एसपी पूरी तरह से अलग रहे।