UP News : CM ने फोन कर DM Bahraich को क्यों दी बधाई
‘ई-संजीवनी’ एप के जरिये डाक्टरी सलाह लेने में जिला ने किया था टाप
संवाददाता
बहराइच। कोविड-19 के चलते लोग अस्पताल जाकर ओपीडी में सेवाएँ लेने में कम रूचि दिखा रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार एवं सीडैक द्वारा विकसित ‘ई-संजीवनी’ एप ओपीडी सेवा शुरू की गयी है, जिसमें घर में ही बीमार लोगों से डॉक्टर वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये सलाह और दवा दे रहे हैं। इस क्रम मे स्थानीय जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से जिले मे सबसे अधिक लोगों ने ई-संजीवनी एप के माध्यम से चिकित्सीय सुविधा का लाभ उठाया। इसके लिए प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने जिला अधिकारी शंभू कुमार को फोन से बधाई दी।
गौरतलब है कोरोना संक्रमण के चलते लोगों का अस्पताल जाना कम हो गया है, जिससे सामान्य बीमारियों के साथ साथ गंभीर बीमारियों का भी इलाज संभव नहीं हो पा रहा है। इस समस्या के निदान के लिए ‘ई-संजीवनी’ एप विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से घर बैठे उक्त एप्लीकेशन के माध्यम से लाभार्थी डाक्टर को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच अपनी समस्या बताकर उसके अनुरूप सलाह ले सकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश सिंह ने बताया “ई-संजीवनी” एप का लाभ उठाने के लिए एंड्रायड मोबाइल फोन पर इस एप को डाउनलोड करना होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में जिन लोगों के पास एंड्रायड फोन उपलब्ध नहीं है उनको सीएचसी पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) और एएनएम द्वारा टेबलेट्स का उपयोग कर टेलीमेडिसिन ई संजीवनी की सेवा दी जा रही है।
गंभीर रोगों का भी होता है इलाज :
जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक मो. राशिद ने बताया कि संक्रमण काल की वजह से रुकी हुई गंभीर बीमारियों जैसे शुगर, ब्लड प्रेशर, ओरल कैंसर आदि के इलाज मे “ई-संजीवनी” एप काफी मददगार साबित हो रहा है। उन्होने बताया जनपद मे 150 से 200 लोग प्रतिदिन “ई-संजीवनी” एप के माध्यम से अलग-अलग बीमारियों के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों से सलाह लेकर इलाज करा रहे हैं। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 51 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं 119 जन आरोग्य केन्द्रों पर कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के माध्यम से “ई-संजीवनी” की सेवा दी जा रही है। जिसमे डॉक्टर की सलाह के अनुसार आवश्यक जाँचे और दवाएं निःशुल्क प्रदान की जा रहीं हैं। उन्होने बताया कि समय-समय पर “ई-संजीवनी” एपके संचालन मे आ रही तकनीकी समस्याओं को दूर करने मे जपाईगो संस्था के राकेश सिंह का विशेष सहयोग रहा। जिसके परिणाम स्वरूप जनपद मे अब तक कुल 2177 मरीजों को ई-संजीवनी” के माध्यम से चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया कराई जा चुकीं हैं।