UP News : राम मंदिर निर्माण में विलंब होना ठीक परंतु त्रुटि रहित हो निर्माण : अनिल मिश्रा

अयोध्या (हि.स.)। राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में शुक्रवार को टाटा कंस्ट्रक्शन के इंजीनियर भी शामिल हुए। राम मंदिर निर्माण में टाटा कंस्ट्रक्शन भी शामिल हो सकता है। टाटा कंस्ट्रक्शन का सहयोग राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ले सकता है। 

राम मंदिर निर्माण को लेकर राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक निर्माण समिति अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में संपन्न हुई। बैठक में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी व सदस्य भी शामिल हुए।
ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि बैठक में राम मंदिर निर्माण के कार्य प्रगति पर चर्चा हुई। बैठक समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र विशेष रूप से उपस्थित रहे। मंदिर निर्माण संबंधित जानकारियां निर्माण संबंधी छोटे छोटे पहलुओं पर चर्चा हुई। मंदिर की आयु 1000 वर्ष को लेकर भी चर्चा हुई। मंदिर लंबी आयु का बने सुंदर व भव्य बने। इस बारे में चर्चा कर बैठक में विभिन्न विशेषज्ञों से राय ली गई।
आईआईटी चेन्नई की रिपोर्ट का इंतजार
 नींव में डाले गए 3 पिलर की मजबूती को लेकर रिपोर्ट का इंतजार है, राम मंदिर भावनाओं का मंदिर बने तथा देश व समाज की अपेक्षाओं का मंदिर राम मंदिर के निर्माण के लिए फाउंडेशन का काम शुरू होना है। सीबीआरआई व आईआईटी चेन्नई के विशेषज्ञों की सलाह पर फाउंडेशन में सौ फिट गहराई में एक मीटर व्यास के 12 सौ भूमिगत स्तम्भ बनाए जाने हैं। कंक्रीट के इन स्तम्भों का निर्माण शुरू करने से पहले परीक्षण कार्य भी कराया गया। बीते 11 सितम्बर से शुरू हुए परीक्षण के अन्तर्गत विशेष ड्रिल मशीन के जरिए तीन सेट में पाइलिंग से 12 स्तम्भों का निर्माण कर उनकी क्षमता का आकलन किया गया। अंतिम रूप से इस पर सात सौ टन वजन डालकर भार वहन क्षमता का भी परीक्षण हो चुका है। इसके बाद अब अंतिम रुप से मंदिर के फाउंडेशन का कार्य होना है। 
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी डा. अनिल मिश्र का कहना है कि कार्यदाई संस्था के विशेषज्ञों ने जो भी परीक्षण किया है, उसकी रिपोर्ट से अभी ट्रस्ट को अवगत नहीं कराया गया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण में विलंब होना उतना महत्वपूर्ण नहीं जितना कि त्रुटि रहित निर्माण का होना है। 
उन्होंने कहा कि सामान्य भवन निर्माण में किसी गलत निर्माण को तोड़कर सुधारा जा सकता है लेकिन यहां भूल सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है। ऐसी स्थिति में जब तक कार्यदाई संस्था ट्रस्ट को पूरी तरह संतुष्ट करते हुए गारंटी नहीं देती है, तब तक निर्माण कैसे शुरू किया जा सकता है। वह कहते हैं कि इसीलिए सभी तकनीकी पहलुओं को समझा जा रहा है। फाउंडेशन ढालने के लिए दो कंक्रीट प्लांट तैयार राम मंदिर निर्माण कार्य आरम्भ करने से पहले रामजन्मभूमि परिसर में कार्यदाई संस्था एलएण्डटी की ओर से कंक्रीट प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इसी प्लांट में कंक्रीट का मसाला तैयार किया जाएगा। 
बताया गया कि बड़ा कार्य होने के कारण तीन अलग-अलग प्लांट लगाए जा रहे हैं। अब तक दो प्लांट तैयार हो चुके हैं और तीसरे की तैयारी की जा रही है। उधर निर्माण कार्य से पहले जर्जर भवन को गिराने की प्रक्रिया में प्राचीन राम खजाना के जीर्ण-शीर्ण हिस्से को ध्वस्त कर मलबे की सफाई भी हो रही है। 

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