UP News : पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ पर परिजनों ने उठाये सवाल, जिलाधिकारी कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन

-जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश 
सुल्तानपुर (हि.स.)। जिले के बल्दीराय थाने की पुलिस पर आरोपी के परिजनों ने बदमाश और पुलिस के मध्य हुई मुठभेड़ पर सवाल खड़ा कर दिया है। एक लाख रुपये न देने के आरोप में पुलिस ने मुठभेड़ दिखाकर जेल भेज दिया। जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं।
बल्दीराय पुलिस ने जिस बदमाश को तीन दिन पहले मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार करके जेल भेजा था, शुक्रवार को गांव वाले उसी बदमाश के पक्ष में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गए। ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और मुठभेड़ को फर्जी बताया। इस मामले में जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने सीओ बल्दीराय को जांच के आदेश दिए हैं। 
– पुलिस का दावा
 मामला बल्दीराय थाना क्षेत्र का है। पुलिस का दावा है कि 25 नवंबर को वाहन चेकिंग के दौरान थाना क्षेत्र के ग्राम बिसावा मंगला प्रसाद इण्टर कालेज से ग्राम मऊ जाने वाली सड़क पर थाने से दूरी आठ किमी दिशा पूरब क्षेत्र चौकी वलीपुर के पास बदमाश विशाल सिंह पुत्र बलवन्त सिंह निवासी ग्राम बिसावां को पुलिस टीम ने रोका। उसने पुलिस टीम पर जान से मार डालने की नीयत से फायर किया। अंत में एक देशी तमंचे 315 बोर व 1 जिन्दा कारतूस के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार उसके विरूद्ध कई जिलों में आधा दर्जन से ऊपर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने गुरुवार को बदमाश को जेल भी भेज दिया। 
 – आरोप पुलिस ने मांगा एक लाख रुपए 
 आरोपित के जेल जाने के ठीक 24 घंटे के बाद पुलिस की कार्यवाही सवालों के घेरे में आ गई। शुक्रवार को ग्रामीण और परिजन डीएम आफिस पहुंचे और पुलिस मुठभेड़ पर सवाल उठा दिए। बदमाश की मां एवं ग्राम प्रधान पुष्पा सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चौकी इंचार्ज हमारे पति से एक लाख रूपए मांग रहे थे। कह रहे थे कि पैसा नहीं दिए तो लड़के का मर्डर कर देंगे। अब इतना पैसा हमारे पास कहां से आएगा? उसे फंसा दिया है। 
 इस पूरे मामले में डीएम रवीश गुप्ता ने मीडिया से बताया कि शिकायतकर्ता ने एडमिट किया है कि उनके द्वारा हर्ष फायरिंग की गई है। ये अपराध है, लेकिन वो कह रहे हैं कि संबंधित चौकी इंचार्ज द्वारा उन्हें फंसाने की धमकी दी गई है। इसकी सत्यता पर कमेंट नही किया जा सकता है। आरोप गंभीर हैं इसलिए सीओ बल्दीराय को अपने सामने जांच के निर्देश दिए गए हैं।

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