UP News : पार्क में परिवार के साथ सोये मासूम बालक पर गिरा जर्जर शिलापट्ट, मौत
वाराणसी (हि.स.)। छावनी क्षेत्र के सदर-बाजार स्थित सद्भावना पार्क में अपने परिजनों के साथ सोये दो वर्षीय मासूम बालक पर जर्जर शिलापट्ट गिर गया। हादसे में बच्चे की मौत हो गई। बुधवार की देर रात हुई घटना की जानकारी होने पर आरोप है छावनी अस्पताल में रात्रि कालीन सेवा नहीं होने का हवाला देकर परिजनों को लौटा दिया गया। मंडलीय अस्पताल ले जाते समय मासूम ने दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत से परिजन बेसुध हो गये।
गाजीपुर सैदपुर निवासी सुनील अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ छावनी क्षेत्र स्थित बाबा बहादुर शहीद के मजार पर दर्शन पूजन के लिए बुधवार की देर शाम आया था। सुबह दर्शन करने के लिए परिवार मजार के निकट स्थित सद्भावना पार्क में परिवार सहित सो गया। देर रात लगभग एक बजे वहां लगा जर्जर शिलापट्ट अचानक भहरा कर सुनील के बच्चे आरव पर गिर गया। बच्चे की चीख सुनकर ईट से चोटिल सुनील और उसका परिवार उठ गया। घायल पति पत्नी स्थानीय लोगों के सहयोग से गंभीर रूप से घायल बच्चे को लेकर छावनी अस्पताल पहुंचे तो वहां रात्रि कालीन सेवा नहीं होने का हवाला देकर लौटा दिया गया। सुनील और उसकी पत्नी बिलखते हुए बच्चे को लेकर कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल के लिये निकले। रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत से आहत सुनील सुबह होने तक पार्क में पड़ा रहा। घटना की जानकारी होने पर कैंट पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने पूछताछ के बाद परिवार की मदद के बजाय पार्क से वापस कर दिया।
इस मामले में दुखद यह रहा कि बच्चे के मौत के समय आसपास के पूजा पंडालों और मजार से लाउड स्पीकर बजता रहा। घटना की जानकारी पर गुरूवार को छावनी परिषद के अवर अभियंता सचिन श्रीवास्तव, सेनेटरी इंस्पेक्टर रियाजुल रहमान, टैक्स अफसर रामलखन सहित कई कर्मियों ने पार्क में पहुंच कर मौका मुआयना किया।
इस दौरान लोगों में नाराजगी रही कि पार्क के रखरखाव के नाम पर लाखों रूपया खर्च होता है। इसके बावजूद जर्जर शिलापट्ट का जीणोद्धार नहीं किया गया। बहादुर शाह के मजार पर गुरूवार को दर्शन पूजन के लिए पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से लोग एक दिन पहले ही आकर यहां पार्क और आसपास में रात गुजारते है। सुबह में दर्शन के बाद अपने घर को लौट जाते है। छावनी प्रशासन सब कुछ जानकर भी मौन रहा।