UP News : जाड़े में कोविड महामारी के संभावित उछाल से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश
– अपर मुख्य सचिव ने सीएमओ को पत्र भेज दिया दिशा निर्देश
वाराणसी (हि.स.)। वाराणसी सहित पूरे प्रदेश में बढ़ते वायु प्रदूषण और जाड़े में कोविड महामारी के संभावित उछाल को देख इससे बचाव के लिए योगी सरकार संजीदा है। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने स्वास्थ्य विभाग को सचेत करते हुए वाराणसी सहित प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है।
सोमवार शाम स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अफसरों ने बताया कि अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि जाड़े में समय-समय पर जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुसार आरटीपीसीआर एवं एंटीजन टेस्ट जांच कराया जाय। सैंपल संग्रह के कार्य को ध्यानपूर्वक एवं सावधानी से करने की आवश्यकता है, जिससे संक्रमण के प्रकरणों को शीघ्रतापूर्वक खोजा जा सके, ताकि कोविड संक्रमण के विस्तार को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया जा सके।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि प्रत्येक पॉजिटिव केस के औसतन 25 सम्पर्कों (कांटेक्ट) का पता लगाकर उनकी जाँच की जाए। सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों में आने वाले आईएलआई (इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस) एवं सारी (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) के मामलों की कोविड जाँच की जाए। सरकारी एवं निजी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले सभी गंभीर मरीजों का कोविड टेस्ट सुनिश्चित किया जाए। सर्विलांस में पाए गए सभी आईएलआई व सारी मामलों की जांच की जाए। संक्रमण की चपेट में आने की (जिनसे संक्रमण फैलने की सर्वाधिक सम्भावना है) जैसे- वेंडर, ऑटो रिक्शा चालक, स्वास्थ्य कर्मी इत्यादि की कोविड हेल्प डेस्क पर पहचान किये गये लक्षणयुक्त व्यक्तियों आदि की जाँच की जाए।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीबी सिंह ने बताया कि लक्षणयुक्त व्यक्तियों,अत्यधिक संभावना वाले व्यक्ति की एंटीजन जांच नकारात्मक पाए जाने पर आरटीपीसीआर से जांच अवश्य कराये जाने का निर्देश शासन की ओर से दिया गया है।
उन्होंने बताया कि बन्दीगृह में रहने वाले बन्दी, वृद्धाश्रम, बाल सुधार गृह, नारी निकेतन आदि में रहने वाले व्यक्तियों की नियमित रूप से जांच होगी। इसके लिए स्वास्थ्य कर्मियों को शीघ्र पुनः प्रशिक्षित किया जायेगा।
प्रशासन, पुलिस व सिविल सोसायटी के सहयोग से कोविड की रोकथाम के लिए मास्क पहनना, नियमित हाथ धोना व सामाजिक दूरी बनाए रखने के व्यवहार को प्रोत्साहित किया जायेगा। डा. सिंह ने बताया कि जिले में 15 दिसम्बर तक कोल्ड चैन की तैयारी पूरी करनी है।
उन्होंने बताया कि शासनादेश की व्यवस्थानुसार पहले, चौथे व सातवें दिन होम आइसोलेशन के उपचाराधीनों के यहां विजिट भी होगा। इन मरीजों के सम्पर्क में आए सभी व्यक्तियों को प्रोफाइलेक्टिक (आइवरमेक्टिन) उपलब्ध करायी जायेगी। साथ ही यह सुनिश्चित किया जायेगा कि कोविड-19 से किसी व्यक्ति की मृत्यु होम आइसोलेशन के दौरान न हो तथा लक्षण आते ही उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाए।