UP News : गोंडा खदान में पत्थर तोंडते समय रस्सी टूटने से पहाड से गिरे मजदूर की दर्दनाक मौत

 -सुरक्षा मानकों को ताक में चल रहीं है गोंडा और रौली की ग्रेनाइट खदाने
 चित्रकूट (हि.स.)। खनिज विभाग की मिलीभगत से सुरक्षा मानकों को ताक में चल रहे भरतकूप की ग्रेनाइट पत्थर की खदाने गरीब मजदूरों की कब्रगाह बनती जा रहीं है। मंगलवार को गोडा पहाड स्थित पंकज महेश्वरी की खदान में पत्थर की तोडाई करते समय रस्सी टूटने से पहाड से नीचे गिरे एक मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। सदर एसडीएम और सीओ सिटी ने मौके पर पहुंच घटना स्थल का जायजा लिया। वहीं इस मामले में जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय का कहना है कि मामले की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।          चित्रकूट जिले के भरतकूप में काफी अरसे से खनिज विभाग की मिली भगत से ग्रेनाइट पत्थर की खदाने में सुरक्षा मानकों को ताक में रखकर संचालित हो रहीं है। खदानों में ब्र्रंच आदि की समुचित व्यवस्था न होने एवं काम करने वाले मजदूरों को हेल्मेट आदि सुरक्षा सामग्री उपलब्ध न कराये जाने की वजह से खदाने गरीब मजदूरों की कब्रगाह बनती जा रहीं है। मरीजों की जिंदगी के साथ किस कदर खनन पटटेधारकांे द्वारा खिलवाड किया जा रहा है,इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खदानों में काम करने वाले 90 फीसदी मजदूरों का श्रम विभाग में पंजीकरण तक नही कराया गया है। खनिज विभाग और खदान पटटेधारक की लापरवाही की भेंट मंगलवार को एक और मजदूर चढ गया। मिली जानकारी के मुताबिक चित्रकूट जिले के भरतकूप थाना क्षेत्र अन्तर्गत सिलखोरी गांव निवासी इंदू उर्फ गिरधारी 35 पुत्र रामखेलावन गांेडा पहाड स्थित पंकज महेश्वरी की गे्रनाइट पत्थर की खदान में मजदूरी करता था। मंगलवार को रोज की तरह वह पहाड में चढ कर पत्थर तोड रहा था। इसी दौरान कमर में बंधी जर्जर रस्सी के टूट जाने से वह पहाड से नीचे गिर गया। जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर मृतक मजदूर के परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं सूचना मिलने पर गोंडा पहाड पहंुचे सदर एसडीएम रामप्रकाश,क्षेत्राधिकारी नगर रजनीश यादव एवं भरतकूप थानाध्यक्ष संजय उपाध्याय ने मौका मुआयना करने के बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी भेजवा दिया है। वहीं साथ में खदान में काम कर रहे चुुनबाद और हरी का आरोप है कि गोंडा पहाड में खनन पटटा पंकज महेश्वरी के नाम है।जबकि उसका संचालन अरविंद रलिहा द्वारा किया जा रहा है। खदान संचालक से कई बार ब्रंच बनवाने एवं हेल्मेट एवं मजबूत रस्सी उपलब्ध कराने की मांग की गई।लेकिन खदान संचालक ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। लगातार बरती जा रही लापरवाही के चलते खदानोें में आये दिन मजदूरों के साथ घटनाएं होती रहती है। आज हुई घटना खदान संचालक की लापरवाही का नतीजा है।
 वहीं मृतक के परिजनों ने शासन-प्रशासन से मृतक मजदूर के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाये जाने की मांग की है। वहीं इस मामले में जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय का कहना है कि मामले की जांच के आदेश दिये गये है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।वहीं घटना स्थल का मुआयना करने पहुंचे सदर एसडीएम रामप्रकाश का कहना है कि मृतक के परिजनों द्वारा तहरीर दिये जाने पर संबधित के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई जायेगी।इसके अलावा मृतक मजदूर के परिजनों को कृषक दुर्घटना बीमा एवं श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के अलावा शासन-प्रशासन से हर संभव मदद दिलाई जायेगी। 

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