UP News : ऑब्जर्वर वरिष्ठ आईएएस अजय कुमार सिंह की हालत नाजुक, लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हो रहा इलाज
– आगरा से आईएएस पत्नी भी अस्पताल पहुंची, बेहतर चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराया गया
– जिले के आला अफसर भी कर रहे निगरानी
वाराणसी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधान परिषद वाराणसी खंड शिक्षक निर्वाचन के मतगणना में ऑब्जर्वर बन कर आये वरिष्ठ आईएएस अजय कुमार सिंह की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। मकबूल आलम रोड स्थित निजी अस्पताल में उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
अजय सिंह सिंह की आईएएस पत्नी नीना शर्मा शासन के सहयोग से मिले हेलीकॉप्टर से शुक्रवार शाम को अस्पताल में पहुंच गई है। वे अस्पताल में पति के स्वास्थ्य की जानकारी लगातार लेने के साथ विशेषज्ञ चिकित्सकों से सलाह भी ले रही है। उनके साथ वाराणसी के मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वीबी सिंह चिकित्सकों की टीम लेकर खुद मौजूद है। अस्पताल के निदेशक के अनुसार अजय सिंह की हालत क्रिटिकल बनी हुई है। अजय सिंह को दिल का दौरा पड़ा था।
वर्ष 1998 बैच के वरिष्ठ आईएएस अजय कुमार सिंह एमएलसी चुनाव के मतगणना में ऑब्जर्वर बनकर आये थे। सर्किट हाउस से मतगणना स्थल पहड़िया मंडी जाने के लिए सुबह जैसे ही वे कमरे से बाहर निकल रहे थे। अचानक दिल का दौरा पड़ गया और लड़खड़ा कर गिर गये। यह देख उनकी सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों ने उन्हें तत्काल मकबूल आलम रोड स्थित निजी अस्पताल में पहुंचाया। तब तक सूचना पाकर कमिश्नर दीपक अग्रवाल,जिलाधिकारी और अन्य अफसर भी अस्पताल पहुंच गये। इसकी जानकारी आगरा में ऑब्जर्वर आईएएस पत्नी नीना शर्मा को हुई तो वे वहां से रवाना हो गई।
बाद में जानकारी होने पर प्रदेश शासन ने कन्नौज में उन्हें हेलीकॉप्टर मुहैया कराया तो उससे नीना शर्मा वाराणसी पहुंची। उनकी हालत देख एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाने का निर्णय लिया गया। लेकिन बेहद नाजुक स्थिति देख वाराणसी में ही इलाज चल रहा है। अस्पताल में बीएचयू के चिकित्सक भी पहुंच गये है। लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रख उनका इलाज किया जा रहा है। जिला प्रशासन के निर्देशन में बेहतर से बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है।
चिकित्सकों के अनुसार अभी अजय सिंह के जीवन पर रिस्क है। उन्हें इस कंडीशन में एयर लिफ्ट भी नहीं किया जा सकता। अस्पताल के निदेशक डा. नवीन सिंह ने बुलेटिन में बताया कि सीनियर अफसर को जब अस्पताल लाया गया। उनकी हृदयगति और सांस दोनों बंद हो चुकी थी। इमरजेंसी में ही हम लोगों ने 45 मिनट तक सीपीआर किया और इंट्रोगेट किया। उसके बाद उन्हें ऊपर आसीयू में शिफ्ट किया गया। उनकी स्थिति क्रिटिकल है और उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। कार्डियोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट और जनरल सर्जन लगातार उनकी निगरानी कर रहे है।