UP News : ऑडियो वायरल होने के बाद घूस मांगने वाले जिला विद्यालय निरीक्षक और लिपिक निलंबित

लखनऊ (हि.स.)। घूस मांगने का ऑडियो वायरल को संज्ञान में लेते हुए शासन ने शुक्रवार को औरैया के जिला विद्यालय निरीक्षक हृदय नारायण त्रिपाठी और लिपिक संतोष को शासन ने निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई ऑडियो वायरल होने के बाद की गयी जांच रिपोर्ट आने के बाद की गयी है।

वहां कडगोर निवासी सुशील कुमार नाम के एक युवक ने मृतक आश्रित कोटे के तहत नौकरी के लिए आवेदन किया था, लेकिन विभागीय अधिकारी कर्मचारी बार-बार रिश्वत मांगते रहे। वे कभी दस लाख ताे कभी पांच लाख तो कभी तीन लाख की मांग करते थे। रिश्वत न देने पर उसकी पत्रावली लटकी रही। इस बाबत और सुशील के बीच बातचीत का ऑडियो सामने आया था, जिसमें जिला विद्यालय निरीक्षक 10 लाख की रिश्वत की डिमांड कर रहे थे। इस ऑडियो का शासन ने संज्ञान लिया था।

वायरल ऑडियो में औरैया जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक संतोष बाबू भी बार-बार घूस मांग रहा था। वायरल ऑडियो में भी वह घूस मांग रहा है। ऑडियो क्लिप का संज्ञान लेते हुए शासन और विभाग ने कानपुर मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक केके गुप्ता को स्थलीय जांच करने के निर्देश दिए। जांच में शिकायतकर्ता सुशील कुमार यादव को भी बुलाया गया। औरैया के उप जिला मजिस्ट्रेट भी उपस्थित थे।

शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने बताया कि जांच से स्पष्ट है कि हृदय नारायण त्रिपाठी द्वारा स्वयं स्वीकार किया गया है कि वायरल ऑडियो क्लिप उनके और सुशील के मध्य का है। जांच आख्या पर त्वरित कार्रवाई करते हुए शासन ने हृदय नारायण त्रिपाठी को निलंबित कर दिया है। उनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की भी संस्तुति कर दी है। साथ ही लिपिक संतोष बाबू को भी निलंबित कर दिया गया है।

इस मामले में किसान इंटर कॉलेज दलीपपुर में प्रवक्ता रहे अमर सिंह यादव के बेटे सुशील ने मृत्यु अनुकंपा के तहत विद्यालय में लिपिक की नियुक्ति को लेकर आवेदन किया था। इसमें रुपया न देने के कारण डीआईओएस कार्यालय से फाइल आगे नहीं भेजी गई। नौकरी को लेकर 10 लाख रुपये तक की मांग की गई। डीआईओएस इसमें खुद रुपये की मांग करने लगे। इसी मामले में ऑडियो वायरल हुआ था, जिसकी जांच के बाद शासन स्तर से कार्रवाई की गयी है।

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