UP News : ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा का प्रियंका वाड्रा पर पलटवार, कहा टिप्पणियां राजनीति से प्रेरित

-देश को अंधेरे में रखने वाली कांग्रेस का बिजली पर बयान हास्यास्पद

लखनऊ (हि.स.)। ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने प्रदेश में बिजली से जुड़ी समस्याओं को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि देश को अंधेरे में रखने वाली कांग्रेस का बिजली पर बयान हास्यास्पद है। 
भाजपा सरकार ने बिजली और विकास की गाड़ी को पटरी पर लाने का किया काम  उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारों द्वारा बिजली कम्पनियों द्वारा किये गए महंगे करार और आर्थिक अनियमितताओं ने उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था को गर्त में धकेलने का काम किया है। प्रियंका गांधी की टिप्पणियां राजनीति से प्रेरित हैं और सुर्खियों में बने रहने की प्रतिस्पर्धा से इतर कुछ भी नहीं हैं। साढ़े तीन साल में भाजपा सरकार ने बिजली के साथ ही प्रदेश की विकास की गाड़ी को पटरी पर लाने का काम किया है। 
कांग्रेस, सपा व बसपा की तिकड़ी सरकारों के कारण 90 हजार करोड़ का घाटाश्रीकान्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा की तिकड़ी सरकारों की गलत नीतियों के नाते ही बिजली विभाग लगभग 90 हजार करोड़ के घाटे में है। 15 साल तक इन सरकारों ने प्रदेश की जनता को गुमराह ही किया और बिजली के नाम पर घरों में बिजली नहीं बल्कि केवल बिल ही पहुंचते थे। इसके विपरीत आज गांवों को 54 प्रतिशत ज्यादा बिजली मिल रही है।
अमेठी और रायबरेली के घरों में भी उजाला नहीं पहुंचा पाई कांग्रेसउन्होंने कहा कि प्रियंका वाड्रा को तो अंधेरे का एहसास नहीं होगा, प्रदेश को तो छोड़ ही दीजिए कांग्रेस पार्टी अमेठी और रायबरेली के घरों में भी उजाला नहीं पहुंचा पाई। वे केवल अमेठी और रायबरेली के उन घरों में जाकर हो आएं जहां 70 साल बाद पहली बार बिजली पहुंची है। उन्हें अहसास हो जाएगा कि अंधेरे में जीने का दंश क्या होता है। 
भाजपा सरकार ने 1.38 करोड़ घरों को किया रोशनऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार ने ऐसे 1.30 लाख मजरों के 1.38 करोड़ घरों में उजाला पहुंचाया है। आज प्रदेश में पर्याप्त बिजली है। अखिलेश यादव सरकार के समय जहां ग्रिड की क्षमता महज 16,000 मेगावाट थी। आज यह बढ़कर 24,500 मेगावाट हो चुकी है। इस बार गर्मियों में वर्तमान सरकार ने 23,893 मेगावाट बिजली की मांग को आसानी से पूरा किया। वर्तमान सरकार ने 2030 तक की 31,613 मेगावाट संभावित ऊर्जा मांग के सापेक्ष 38,586 मेगावाट बिजली आपूर्ति की व्यवस्था कर रखी है। 
तिकड़ी सरकार ने किसान-ग्रामीणों को ट्रांसफार्मरों के लिए किया प्रताड़ित 
उन्होंने कहा कि तिकड़ी सरकार ने किसान और ग्रामीणों को ट्रांसफार्मरों के लिए प्रताड़ित किया। एक फुंके ट्रांसफार्मर को बदलवाने में पूरे गांव को महीनों लग जाते थे, लेकिन मार्च 2017 के बाद से यह व्यवस्था बदल  गई। आज 24 से 48 घंटों में ट्रांसफार्मर बिना किसी बाधा के बदले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, आज प्रदेश में उपभोक्ता की सुनवाई है। 1912 पर 13 अप्रैल 2017 से अब तक आई कुल 13,04,334 शिकायतों में से 13,01,138 शिकायतों का निस्तारण उपभोक्ताओं को संतुष्ट कर किया है। शिकायत निस्तारण की दर 99.77 प्रतिशत है। अधिक या गलत बिल आने की शिकायतों पर की प्रभावी कार्रवाई जहां तक मीटरों के तेज चलने का सवाल है। उपभोक्ता की शिकायत पर तत्काल ही वहां चेक मीटर लगाने की व्यवस्था की गई है। अधिक या गलत बिल आने की शिकायतों पर भी प्रभावी कार्रवाई की गई है। ऐसी शिकायतें 1912 पर दर्ज कराई जा सकती हैं। गलत बिल पर बिलिंग एजेंसियों के खिलाफ एफआईआर व अन्य आवश्यक विधिक कार्रवाई भी होती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पूरे प्रदेश को 24 घंटे आपूर्ति का अभियान शुरू किया है। इसके तहत 15 प्रतिशत से कम लाइन लॉस वाले क्षेत्रों में निर्बाध बिजली दी जाएगी। ऐसे क्षेत्रों में ट्रांसफार्मरों की क्षमता व जर्जर लाइनों को भी प्राथमिकता में बदला जाएगा। 

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