UP News : ‘हैलट’ के लिए समस्या बनते जा रहे नर्सिंग होम

प्रादेशिक डेस्क

कानपुर। कोरोना मरीजों के इलाज में शहर के नर्सिंग होम बेपरवाह हो गए हैं। अपने यहां चुपचाप संक्रमितों का इलाज कर रहे और सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे नहीं रहे। अभी तक की पड़ताल में सौ कोरोना मरीजों का इलाज गोपनीय तरीके के करने की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को मिली है। रिपोर्ट के अनुसार सभी का इलाज नर्सिंग होमों ने किया और जब मरीज लेवल -2 और 3 स्तर में जाने लगा तो उसे हैलट रेफर कर दिया गया। स्वास्थ्य विभाग नोटिस के बाद कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है।
सीएमओ डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि 100 कोरोना मरीजों की पहचान की गई है जिनका नर्सिंग होम इलाज किया गया और विभाग को बताया तक नहीं गया। तबीयत बिगड़ी तो उन्हें हैलट रेफर लेटर देकर भेज दिया गया है। बताया गया है कि इसी में अब तक 17 मरीजों की मौत कई दिनों के बाद हैलट में हो गई। हैलट प्रशासन से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद जांच कराई जाएगी। जांच में दोष निकला तो नर्सिंग होम प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उधर, हैलट की प्रमुख अधीक्षक प्रो.रिचा गिरि का कहना है कि नर्सिंग होमों ने सौ से ज्यादा कोरोना मरीजों का ही छिपाकर इलाज किया है। हैलट इमरजेंसी में उन्हें बिना बताए ही भेजा जा रहा है। कइयों ने तो कोरोना मरीज को निगेटिव और दूसरी बीमारियों से ग्रसित बताकर भेजा है। साथ ही कई ने तो रेफर लेटर देकर मरीज को भेज दिया। यहां पर जब टेस्ट कराया गया तो वे पॉजिटिव निकले। अभी भी ऐसे दस मरीज हैलट के न्यूरो और मैटरनिटी कोविड में भर्ती हैं। अचानक आने वाले इन मरीजों से ही हालात बिगड़ जाते हैं। संसाधन भी कम पड़ने लगते हैं। इस समस्या का निदान होना चाहिए। नर्सिंग होम हैलट के लिए बड़ी समस्या बन गए हैं।

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