UP News : हाथरस कांड के बाद चौतरफा घिरे योगी सरकार ने उठाया सख्त कदम
एसपी, सीओ समेत पांच पुलिस अधिकारी निलम्बित, डीएम पर भी कार्रवाई संभव
विनीत जायसवाल बनाए गए हाथरस के नए एसपी, तत्काल कार्यभार सम्हालने के निर्देश
जानकी शरण द्विवेदी
लखनऊ। हाथरस कांड को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। राज्य सरकार ने एसआइटी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट मिलते ही हाथरस के एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी और इलाके के इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिस अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा योगी सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि इस घटना में मौके पर मौजूद रहे पुलिसकर्मियों का नार्को टेस्ट किया जाएगा। साथ ही साथ पीड़ित परिवार तथा आरोपियों का भी टेस्ट किया जाएगा। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एसआईटी की शुरुआती जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की है। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही की बात सामने आई है। इस मामले को विपक्ष ने मुद्दा बना दिया था। लगातार देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि शीघ्र ही डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार पर भी कार्रवाई हो सकती है। शामली के एसपी विनीत जायसवाल को हाथरस का नया एसपी बनाया गया है। उन्हें शासन से तत्काल कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश दिया गया है।
हाथरस काण्ड में जिस तरह आनन-फानन में देर रात को ही पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया उसी समय से प्रशासन की मंशा पर सवाल उठने लगे थे। परिजनों के लाख मना करने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं माने और अंतिम संस्कार करवा दिया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर हाथरस डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें वह पीड़िता के पिता से बात करते हुए दिख रहे हैं। वे कह रहे हैं कि आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत करो। ये मीडिया वाले, मैं आपको बता दूं, आधे आज चले गए और आधे कल चले जाएंगे। हम आपके साथ खड़े हैं। ये आपकी इच्छा है कि आपको बार-बार बयान बदलना है कि नहीं बदलना है। अभी हम भी बदल जाएं….। हाथरस मामले में पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें किसी भी कीमत पर मीडिया से मिलने नहीं दिया जा रहा है। प्रशासन ने पीड़िता के गांव में पहले से ही धारा 144 लगा दी है। शुक्रवार सुबह पीड़ित परिवार ने एक नाबालिग बच्चे को किसी भी तरह मीडिया से संपर्क करने के लिए भेजा। बच्चे ने बताया कि हमारे कुछ मोबाइल फोन ले लिए गए हैं और हमें मोबाइल को स्विच ऑफ करने के लिए कहा गया है।
सरकार और पार्टी की छवि पर आई आंच : उमा भारती
इस बीच भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने हाथरस कांड पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हमने रामराज्य लाने का दावा किया है, लेकिन इस घटना में पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से आपकी (योगी आदित्यनाथ), यूपी सरकार और बाजेपी की छवि पर आंच आई है। कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उमा भारती फिलहाल ऋषिकेश स्थित एम्स में अपना इलाज करा रही हैं। उमा भारती ने सीएम योगी से अपील की है कि वे मीडियाकर्मियों और राजनीतिक दलों के लोगों से पीड़ित परिवार से मिलने दें। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना से ठीक होने के बाद मैं खुद पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस जाऊंगी। शुक्रवार की शाम एक के बाद एक किए गए कई ट्वीट में उन्होंने अपनी बात रखी है। उमा भारती ने लिखा, ’आदरणीय योगी आदित्यनाथ जी आपको जानकारी होगी ही की मैं कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से एम्स ऋषिकेश के कोरोना वार्ड में भर्ती हूं। आज मेरा 7वां दिन है, इसलिए मै अयोध्या मामले पर विशेष सीबीआइ कोर्ट में पेश भी नही हो पाई। यद्यपि मैं किसी से मिल नही सकती, फोन नहीं कर सकती लेकिन टीवी है, जिससे की समाचार मिलते हैं।’ उमा भारती ने आगे लिखा, ’मैंने हाथरस की घटना के बारे में देखा। पहले तो मुझे लगा कि मैं ना बोलू क्योंकि आप इस संबंध में ठीक ही कार्यवाही कर रहे होंगे। किन्तु जिस प्रकार से पुलिस ने गांव की एवं पीड़ित परिवार की घेराबंदी की है, उसके कितने भी तर्क हों लेकिन इससे विभिन्न आशंकाए जन्मती हैं। वह एक दलित परिवार की बिटिया थी। बड़ी जल्दबाजी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गाव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गई है।’ उन्होंने आगे लिखा, ’मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नहीं है की एसआइटी जांच में परिवार किसी से मिल भी ना पाए। इससे तो एसाईटी की जांच ही संदेह के दायरे में आ जाएगी।’