UP News : सोशल मीडिया के जरिये विदेशों में नौकरी दिलाने वाले गिरोह का सदस्य गिरफ्तार

-वाराणसी में गुजरात के युवक को बंधक बनाकर हवाला के जरिये 20 लाख थे ऐंठे

वाराणसी (हि.स.)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिये लोगों को अमेरिका और कनाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर बंधक बनाकर वसूली करने वाले पचास हजार के इनामी ठग को एसटीएफ की वाराणसी इकाई ने धर दबोचा। आरोपित और उसके गिरोह ने गुजरात के युवक को वाराणसी में बंधक बनाकर 20 लाख रुपये हवाला के जरिये ऐंठ लिए थे। 
वाराणसी एसटीएफ के अफसरों के अनुसार अमेरिका और कनाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर सोशल मीडिया के जरिये ठगी करने वाले गिरोह पर टीम निगरानी रख रही थी। इस गिरोह के कुछ सदस्यों सरगना आजमगढ़ निवासी राजवीर यादव, नेपाल निवासी कपिल और कोलकाता निवासी पवन गांधी को टीम ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया है। 
गिरोह के सदस्य जिला रतलाम, मध्य प्रदेश निवासी राजेश कुमार उर्फ संतोष दुबे और उसके साथियों ने गुजरात से कुछ लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर वाराणसी कैंट थाना क्षेत्र में बुलाकर कर उन्हें बंधक बना लिया था। 20 लाख रुपये अवैध तरीके से हवाला के जरिये दिल्ली में वसूल लिया था। 
एसटीएफ के अफसरों के अनुसार इसी मामले में कैंट थाने में दर्ज मुकदमा में वांछित इनामी आरोपित की तलाश में पुलिस टीम लगी हुई थी। सही लोकेशन मिलने पर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम रतलाम पहुंच गई। वहां की स्थानीय पुलिस की मदद से टीम ने आरोपित राजेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। 
स्थानीय न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड पर आरोपित को वाराणसी लाया गया। यहां पूछताछ में आरोपित ने बताया कि फेसबुक पर उसके साथी ने शेखर सूद नाम से आईडी बनाकर विदेशों में नौकरी दिलाने के लिए एक विज्ञापन दिया था। विज्ञापन देख गुजरात के तुषार वी पटेल नौकरी पाने के लिए तैयार हो गये। सम्पर्क साधने पर पवन ने उन्हें वाराणसी बुलवा लिया। वाराणसी आने पर पहले तुषार को नदेसर स्थित एक होटल में रुकवाया गया और फिर वहां से एयरपोर्ट ले जाने के बहाने सिगरा स्थित एक जगह बंधक बना लिया गया। इसके बाद दोनों ने हवाला के माध्यम से 20 लाख रुपये दिल्ली में मंगवाये। इसके बाद तुषार को कैंट स्टेशन पर दिल्ली का टिकट दिलाकर छोड़ दिया गया। 
आरोपित ने बताया कि गिरोह इस तरह के कई वारदात कर चुका है। उसने बताया कि सोशल मीडिया पर विज्ञापन विशेषकर बांग्लादेश, नेपाल एवं गुजरात के लोगों के लिये ही निकालते हैं। इसी विज्ञापन में सम्पर्क करने के लिये अपना एक मोबाइल नंबर भी दिया जाता है। नम्बर पर बातचीत के बाद व्हाट्सअप चैट किया जाता है। यह कार्य एक से दो माह तकचलता है। जब यह बात तय हो जाती है कि कोई व्यक्ति अमेरिका, कनाडा जाने के लिये तैयार हो जाता है, तो उसे बताया जाता है कि नौकरी मिलने के बाद तुरन्त हवाला के माध्यम से एक व्यक्ति को 15 से 20 लाख रुपये तक देना पड़ेगा। पार्टी के तैयार होने पर उसे वाराणसी बुला बंधक बनाकर हवाला के जरिये रुपये लेकर उसे ट्रेन का टिकट देकर छोड़ दिया जाता था। 

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