UP News : सीवर टैंक में उतरे युवक की जहरीली गैस से मौत
— दो लोग भी चपेट में आए, हादसे से ग्रामीण स्तब्ध
कानपुर (हि.स.)। नर्वल थाना क्षेत्र में सीवर टैंक में उतरा युवक जहरीली गैस की चपेट में आ गया। शोर मचाने पर उसका बहनोई और सीवर टैंक मालिक भी उतरा। तीनों जहरीली गैस से बेहोश हो गये और ग्रामीणों ने किसी तरह तीनों को निकालते हुए अस्पताल ले गये। अस्पताल में बहनोई और टैंक मालिक को होश तो आ गया, लेकिन युवक को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे को लेकर जहां ग्रामीण स्तब्ध हैं तो वहीं एकलौते बेटे की मौत पर मां रो-रो कर बेहाल है।
नर्वल के पाली भोगीपुर निवासी मलखान सिंह के शौचालय में खराबी आ गई थी। इस पर उसने मंगलवार को पाली खुर्द निवासी हरिकिशोर को बुलाया। हरिकिशोर कोड़वा निवासी बहनोई कल्लू को भी साथ ले आया। दोनों सीवर टैंक का ढक्कन खोलकर देखने लगे कि कहां कमी है। इस पर उन्होंने पाया कि शीट का पानी टैंक में नहीं आ रहा है और हरिकिशोर शीट और टैंक के बीच पाइप खोलने के लिए टैंक को तोड़ने लगा। इसी दौरान हरिकिशोर के हाथ से साबर फिसल गया और टैंक में जा गिरा। साबर निकालने के लिए हरिकिशोर सीवर टैंक में उतर गया और जहरीली गैस की चपेट में आ गया। जहरीली गैस की चपेट में आने पर उसने बचाओ-बचाओ की आवाज लगाई तो बहनोई कल्लू भी सीवर टैंक में उतर गया और वह भी बेहोश हो गया।
इस पर सीवर टैंक मालिक मलखान सिंह भी टैंक में उतर कर ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकलवाया। हालांकि मलखान भी जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गया। ग्रामीणों ने तीनों को फौरन इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। जहां हरिकिशोर की मौत हो गई। वहीं कंट्रोल रूम की सूचना पर पहुंची नर्वल पुलिस ने छानबीन की। थाना प्रभारी शेष नारायण पांडेय ने बताया कि सीवर टैंक सफाई के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से युवक की मौत की बात सामने आ रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा, अन्य दो लोगों की हालत सामान्य बताई जा रही है।
बेसहारा हो गया परिवार
हरिकिशोर अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और मां का सहारा था। ग्रामीणों ने बताया कि हरिकिशोर घर चलाने के लिए हर तरह के काम के लिए मजदूरी करने को तैयार हो जाता था। चंद रुपये के लिए उसकी जान चली गई और एक परिवार बेसहारा हो गया।