UP News : विकास दुबे की मौत के बाद 2500 नम्बर सर्विलांस पर

प्रादेशिक डेस्क

कानपुर। विकास के मुठभेड़ में ढेर होने के बाद भी पुलिस अधिकारी चैन से नहीं बैठ पाए हैं। सैकड़ों नम्बर अब भी सर्विलांस पर हैं। शनिवार को जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के फोन दिन भर घनघनाते रहे। कुख्यात के फरार गुर्गों की धरपकड़ को लेकर अधिकारियों द्वारा लगातार टीमों के साथ बातचीत कर अपडेट लिए गए। अधिकारियों की सुबह कुछ देर से हुई मगर उनके काम में कोई कमी नहीं थी। सुबह से ही एडीजी, आईजी और एसएसपी के फोन घनघनाना शुरू हो गए। लखनऊ से अधिकारी समेत उनके मिलने वाले जानना चाहते थे कि विकास का एनकाउंटर कैसे हुआ और जो सवाल उठ रहे हैं, उनमें कितनी सच्चाई है। इसके बाद अधिकारियों ने टीमों से अपडेट लिया कि कौन सा वांछित पुलिस से कितनी दूरी पर है। अधिकारियों ने मुठभेड़ के बाद तैयार किए जा रहे कागजात की प्रगति भी देखी। 2500 नम्बर सर्विलांस पर हैं। उनके बारे में भी पता किया।
बिकरू की स्थितियों के बारे में भी फोन पर जानकारी ली गई। वहां भेजे गए अफसरों को ताकीद किया गया कि ग्रामीणों के दिलों से हर हाल में भय हटाना है। साथ ही उनकी समस्याओं को जल्द से जल्द हल कराने के निर्देश दिए गए। पुलिस और कुख्यात के बीच मुठभेड़ कैसे हुई, क्या कारण रहे और किस तरह से अपराधी को ढेर किया गया। इसकी शासन को रिपोर्ट भेजी गई है। सूचना है कि मुख्यमंत्री खुद इस पूरी रिपोर्ट के तथ्यों के बारे में जानकारी लेंगे। उसके बाद ही तय होगा कि एनकाउंटर पर उठने वाले सवाल सही हैं या नहीं। वहीं इस मामले में डीएम ने भी मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं। कुख्यात की सम्पत्ति की जांच एडीएम भू अध्याप्ति को सौंपी गई है। विकास के एनकाउंटर के बाद सीएम योगी की तरफ से घटनाक्रम को लेकर पूरी रिपोर्ट तलब की गई है। उन्होंने इस काम की जिम्मेदारी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को सौंपी है। सूत्रों के मुतबिक सीएम यह जानना चाहते हैं कि उज्जैन से कानपुर के बीच में विकास ने पुलिस वालों को क्या जानकारियां दीं। साथ ही उज्जैन में उसने किसके-किसके नाम बताए हैं।
विकास ने जिन लोगों के नाम पुलिस को बताए हैं। उन्हें लेकर भी लखनऊ से रणनीति तय की जाएगी। उनके खिलाफ क्या सबूत होंगे और उन्हें कैसे इकट्ठा किया जाएगा। इस बारे में उच्च अधिकारी भी चर्चा करेंगे। इन लोगों के खिलाफ भी कानूनी शिकंजे को मजबूत किया जाएगा। मजिस्ट्रेटी जांच से भी कई बातें सामने आएंगी। विकास दुबे की सभी सम्पत्तियों को लेकर एडीएम भू अध्याप्ति को जांच सौंपी गई है। इनमें से कितनी बेनामी सम्पत्ति है उसे प्राथमिकता से देखा जाएगा। सबूत मिलने के साथ ही सरकार उन सभी सम्पत्तियों को जब्त करेगी।

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