UP News : भारत अमेरिका परियोजना के तहत आईआईटी में लगी थर्मल ऊर्जा भंडारण प्रणाली


बिल्डिंग एयर कंडीशनिंग के लोड में आएगी कमी

कानपुर (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर में गुरुवार को थर्मल ऊर्जा भंडारण प्रणाली का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन करते हुए आईआईटी के निदेशक ने बताया कि 775 टीआर एचआर क्षमता के थर्मल ऊर्जा भंडारण प्रणाली बिल्डिंग एयर कंडीशनिंग लोड को कम करने और सिस्टम में पीक बिजली की मांग को कम करने में काफी प्रभावी है। 

आईआईटी कानपुर एक संयुक्त भारत-अमेरिका परियोजना का नेतृत्व कर रहा है, जिसे भारत और अमेरिका के विज्ञान और प्रौद्योगिकी फोरम नई दिल्ली के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा वित्त पोषित स्मार्ट ग्रिड और स्टोरेज टेक्नोलॉजी पर यूआई-एएसआईएसआईएसटी कहा जाता है। इस परियोजना के तहत ग्रामीण, अर्ध-शहरी और शहरी/संस्थागत सेटिंग्स में पाँच प्रदर्शन पायलट इकाइयाँ स्थापित की जा रही हैं। अपने शहरी पायलट के हिस्से के रूप में, 775 टीआर एचआर थर्मल ऊर्जा भंडारण प्रणाली का उद्घाटन गुरुवार को आईआईटी के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने किया,अजो पर्यावरण विज्ञान और इंजीनियरिंग भवन के केंद्र में स्थापित किया गया है। बताया गया कि यह तकनीक बिल्डिंग एयर कंडीशनिंग लोड को कम करने और सिस्टम में पीक बिजली की मांग को कम करने में काफी प्रभावी है। यह थर्मल स्टोरेज सिस्टम अवस्था परिवर्तन सामग्री के उपयोग की नवीनतम अवधारणा को ब्राइन समाधान के साथ शीतलक के रूप में उपयोग करता है जो शीतलक तापमान -4 डिग्री सेल्सियस तक प्राप्त करने के लिए ऑफ-पीक अवधि के दौरान कम लागत वाली ऊर्जा लेता है और 10 घंटे के लिए 77.5 टीआर टन की पीक अवधि के दौरान एयर कंडीशनिंग लोड का समर्थन करता है। इससे स्मार्ट सिटी और डेटा सेंटर अनुप्रयोगों में अपनाई जा सकने वाली महत्वपूर्ण ऊर्जा की बचत भी होती है। इस परियोजना का नेतृत्व प्रोफेसर एससी श्रीवास्तव, प्रो. सांतनु मिश्रा और आईआईटी कानपुर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. अंकुश शर्मा कर रहे हैं। 

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