UP News :प्रियंका बोलीं, उप्र में पहली बार गेहूं से सस्ता बिक रहा धान, आन्दोलन की चेतावनी
लखनऊ (हि.स.)। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने धान की खरीद में किसानों को कम मूल्य दिए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शायद पहली बार ऐसा हुआ है, जब गेहूं से सस्ता धान बिक रहा है। उन्होंने सरकार से मामले में तुरन्त हस्तक्षेप कर अन्नदाताओं को सही दाम दिलाने की मांग की है।
प्रियंका ने मंगलवार को ट्वीट किया कि उप्र के धान किसान बेहद परेशान हैं। धान की खरीद बहुत कम हो रही है। जो थोड़ी सी खरीद हो रही है उसमें 1,200 से भी कम रेट मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यही धान कांग्रेस सरकार में 3,500 तक बिका था। नमी के नाम पर किसानों का शोषण हो रहा है। शायद पहली बार ऐसा है कि धान गेहूं से सस्ता बिक रहा है
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ऐसे में तो किसान की लागत भी नहीं निकलेगी। किसान अगली फसल कैसे लगाएगा? बिजली बिल में लूट चल ही रही है। मजबूरन किसान कर्ज के जाल में फंसता जाएगा। उप्र सरकार तुरन्त इसमें हस्तक्षेप कर किसान को सही दाम दिलाए वरना कांग्रेस पार्टी आन्दोलन करेगी।
वहीं सरकार के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के तहत प्रदेश में मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत किसानों से धान की खरीद तेजी से की जा रही है। प्रथम चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 01 अक्टूबर से प्रारम्भ हुई धान क्रय प्रक्रिया के अन्तर्गत सोमवार तक 15845.99 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। इसके सापेक्ष विगत वर्ष (2019-2020) के दौरान इस अवधि में 837.21 मी. टन धान की खरीद हुई थी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री द्वारा खरीफ क्रय वर्ष 2020-2021 के अन्तर्गत धान क्रय के लिए समय से सभी इंतजाम करने के निर्देश दिए गए थे। उनके द्वारा यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई दिक्कत न हो और उन्हें सभी सहूलियतें उपलब्ध करायी जाएं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लखनऊ सम्भाग के जनपद लखीमपुर, हरदोई, सीतापुर तथा बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, झांसी मण्डलों में 01 अक्टूबर से शुरू हुई धान खरीद 31 जनवरी, 2021 चलेगी। इसी तरह पूर्वी उत्तर प्रदेश के लखनऊ सम्भाग के जनपद लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव तथा चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी, विन्ध्यांचल एवं प्रयागराज मण्डलों में 15 अक्टूबर से 28 फरवरी, 2021 तक क्रय होगा।