UP : ..इसलिए बंद कर दिए गए 11 जिलों के स्कूल कालेज, जानें कब खुलेंगे?

प्रादेशिक डेस्क

लखनऊ। सावन माह में कांवड़ मेला के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में स्कूल कालेज बंद कर दिए गए हैं। सुरक्षा प्रबंध के चलते इन जिलों में प्रशासन ने यह कदम उठाया है। श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की संख्या सड़कों को लगातर बढ़ रही है, ऐसे में स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान के छात्र, छात्राओं, स्टाफ को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी परेशानी को हल करते हुए यह निर्णय लिया गया है। जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट ने एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी करते हुए जिले में 22 से 26 जुलाई तक माध्यमिक, सीबीएसई, आईसीएसई और डिग्री कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया है। यहां 27 जुलाई से स्कूलों को दोबारा खोल दिया जाएगा। इसी के साथ यदि स्कूल, डिग्री कॉलेज या शैक्षणिक संस्थान नियमों का पालन नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों की भारी भीड़ को देखते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ ने एलएलबी का पेपर भी स्थगित कर दिया है। बीएड और अन्य परीक्षाओं के कम से कम छह पेपर भी स्थगित कर दिए गए थे क्योंकि वे पहले कांवर यात्रा (14 जुलाई से 27 जुलाई) के दौरान निर्धारित थे। इसी प्रकार सहारनपुर, शामली, मुजफ्फर नगर, मेरठ, बागपत, हापुड़, गाजियाबाद, नोएडा, बिजनौर, अमरोहा और मुरादाबाद के जिला प्रशासन ने 19 जुलाई से स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया है और वे 28 जुलाई को फिर से खुलेंगे। प्रशासन की तरफ से माता पिता को सलाह जारी की गई है कि वे अपने बच्चों को ऐसी जगह पर न भेजें, जहां श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की संख्या अधिक है। इसी के साथ ही उत्तराखंड के हरिद्वार में भी छोटी कक्षाओं के छात्रों के लिए स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर नॉनवेज और अंडों की दुकानों को 26 जुलाई तक बंद रखने का आदेश दिया है। इसी के साथ रास्ते में आने वाली शराब की दुकानों के फ्रंट को टीनशेड या तिरपाल से ढकने को आदेश दे दिया है। इन जिलों में सड़कों पर कांवड़ियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। शिवरात्रि (26 जुलाई) के दिन हरिद्वार, ऋषिकेश और अन्य स्थलों से कांवर लाकर भगवान शिव को चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए सड़कों और राजमार्गों को या तो बंद कर दिया गया है या यातायात को डायवर्ट कर दिया गया है। मेरठ के डीएवी कॉलेज के प्राचार्य अल्फा शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन के आदेश के बाद एक सप्ताह तक स्कूल बंद रहेंगे। उन्होंने कहा, “यह आवश्यक था क्योंकि भारी भीड़ के कारण स्कूल बसें सड़कों पर नहीं चल सकतीं और सड़कों के बंद होने के कारण छात्रों का स्कूलों तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।” इस बीच, कांवड़ियों की आवाजाही के दौरान यातायात को मुख्य सड़कों तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने सड़कों और यहां तक कि गलियों को भी बंद कर दिया। आपको बता दें, अमरोहा में सोमवार को रोडवेज की बस की मोटरसाइकिल से टकरा जाने से दो कांवड़ियों की मौत हो गई। गुस्साए श्रद्धालुओं ने दो घंटे से अधिक समय तक हाईवे को जाम कर दिया और विभिन्न बसों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है। ऐसे में छात्रों को कोई परेशानी न हो, यह निर्णय लिया गया है।

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