Shravasti News : देश के अमर सपूतों का सदैव नमन करता रहेगा देश : यशु
श्रावस्ती में धूमधाम से मनाया गया 74वां स्वतत्रंता दिवस
संवाददाता
श्रावस्ती। हमें 15 अगस्त 1947 को अनगिनत भारत वासियों के अथक प्रयास और बलिदान से आजादी मिल सकी। परिणामतः आज हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं। आजादी सिर्फ गुलामी से मुक्ति नहीं है, बल्कि यह हमारे अस्तित्व के लिए भी जरूरी है। उन सभी वीर-वीरांगनाओं के लिए हम सदैव नतमस्तक रहेंगे, जिन लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर यह लड़ाई लड़ी। उन सबके भारत वर्ष के सुनहरे भविष्य के लिए कुछ सपने थे। स्वतन्त्रता दिवस एक अवसर है, जब हम उन सपनों को साकार करने के लिए ईमानदारी, सच्चाई, पूर्णनिष्ठा और सद्भावना से अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का संकल्प लें, ताकि उनका बलिदान व्यर्थ न जाए।
उक्त विचार कलेक्ट्रेट प्रांगण में ध्वजारोहण, गार्द की सलामी लेने के दौरान स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में जिलाधिकारी सुश्री यशु रूस्तगी ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि किसी भी देश को अपनी संप्रभुता एवं अखंडता बनाए रखने के लिए सीमा का सुरक्षित रखना परमावश्यक है। हमारे वीर सैनिक, कठिन परिस्थितियों एवं दुरूह वातावरण में हमारे देश की सुरक्षा कर रहे हैं। यह दिवस एक अवसर है कि हम उनका स्मरण करें एवं उनके प्रति अपनी कृतज्ञता अर्पित करें। उन्होंने कि विकास एक सतत् प्रक्रिया है। स्वतंत्रता से लेकर अब तक हमने मिलकर विकास का एक लम्बा रास्ता तय किया है। जिस दौरान हमने बहुत सी बाधाएं पार की हैं। आज इसी क्रम में कोरोना एक वैश्विक महामारी, एक चुनौती के रूप में हमारे देश के सामने खड़ी है, जो वर्तमान में रौद्र रूप ले चुकी है। गत 04 से 05 माह में हमारे जनपद में इस महामारी से निपटने के लिए सभी ने मिलकर अथक प्रयास किया है। मैं धन्यवाद देती हूं कि चिकित्सा विभाग से जुड़े सभी स्वास्थ्य कर्मियों, लैब टेक्नीशियन और असिस्टेंट, चिकित्सक, सभी निगरानी समितियाँ व सशत्र सीमा बल जो रात दिन एक करके जनपद की सेवा कर रहे हैं। साथ ही विभिन्न विभागों के कर्मचारीगण, लेखपाल, पंचायत सचिव, सफाई कर्मी, नोडल अधिकारी, मजिस्ट्रेट व पुलिस कांस्टेबल, जो फ्रंटलाईन पर रहकर तत्परता से कोविड से संबंधित अपने सारे दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। इस महामारी के दौर में जनपद के कृषक, श्रमिक, व्यापार संगठन और आम जनमानस का सहयोग अद्वितीय रहा है। किंतु अभी एक लम्बी लड़ाई लड़ना अवशेष है यदि हम इसी प्रकार से अपनी-अपनी सकारात्मक उर्जा को सामुहिक भलाई की दिशा प्रदान करेंगे, तो निश्चय ही कठिन से कठिन परिस्थित पर विजय प्राप्त कर सकेंगे। उम्मीद करती हूँ की आगे भी हम सभी इसी निष्ठा, लगन, टीम भावना से इस महामारी से लड़ने के लिए जुटे रहेंगे। देश के इस संकट में सबका सहयोग, यही सच्ची देश सेवा है।
तदोपरान्त जिलाधिकारी ने मौलश्री का वृक्ष लगाकर संबोधित करते हुए कहा कि वृहद वृक्षारोपण से ही पर्यावरण में आ रही गिरावट को रोका जा सकेगा और जन-जन को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। वृक्ष हमारे लिए कई प्रकार से लाभदायक होते हैं इनकी पत्तियों, छालों एवं जड़ों से हम विभिन्न प्रकार की औषधियां बनाते हैं। प्राचीन काल से ही वन मनुष्य के जीवन में विशेष महत्व रखते थे। यह मानव जीवन के लिए प्रकृति के अनुपम उपहार हैं। हमारे वन पेड़-पौधे ही नहीं अपितु अनेकों उपयोगी जीव-जंतुओं व औषधियों का भंडार हैं। इससे गिर रहे जलस्तर को भी रोका जा सकेगा। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी योगानन्द पाण्डेय, उप जिलाधिकारी जेपी चौहान, वरिष्ठ कोषाधिकारी गिरीश कुमार, एआईजी स्टाम्प पीएन सिंह, समाज कल्याण अधिकारी राकेश रमन, आशुलिपिक चन्द्रमौली श्रीवास्तव, वाणिज्य कर निरीक्षक तरुण पाण्डेय, राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश यादव, आशुलिपिक अपर जिलाधिकारी केके वैश्य, पूर्ति विभाग के राकेश सिंह, नाजिर कलेक्ट्रेट अनूप तिवारी एवं कलेक्ट्रेट/सूचना परिवार सहित तमाम विभागों के अधिकारी/कर्मचारी गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।