Shravasti : CDO ने देखी गोशालाएं, चरनी पर भी शेड बनाने का निर्देश

संवाददाता

श्रावस्ती। मुख्य विकास अधिकारी अनुभव सिंह ने जनपद के विभिन्न गोआश्रय स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सीडीओ ने कहा कि गोवंशों के रहने की भांति ही उनको चारा खिलाने हेतु बनाई गई चरनी पर भी छाया एवं बरसात से बचाव हेतु शेड का निर्माण कराया जाय। विकास खण्ड इकौना अन्तर्गत निर्माणाधीन गौआश्रय स्थल जयचन्द्रपुर कटघरा का निर्माण कार्यदायी संस्था पैक्सफेड द्वारा किया जा रहा है। निरीक्षण के समय कार्यस्थल पर 04 श्रमिक कार्य करते हुए पाये गये। वर्तमान समय में 02 पशु शेड बीम स्तर पर निर्मित पाया गया। इस सम्बंध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि शेड की प्लिंथ नीची है, जिससे बरसात की दिनों में जलभराव हो जायेगा। सीडीओ ने इसे व्यवस्थित कराये जाने के निर्देश दिये। 02 शेड के निर्माण हेतु जमीन के बराबर में बीम की ढलाई का कार्य चल रहा है, जिसमें श्रमिकों की संख्या अत्यन्त कम है। केयर टेकर आवास का निर्माण प्लास्टर सहित पूर्ण पाया गया। मौके पर उपस्थित अवर अभियन्ता द्वारा अवगत कराया गया कि जुलाई 2021 में कार्य हेतु धनराशि प्राप्त हुई है। लगभग 11 माह व्यतीत हो जाने के बाद भी कार्य की प्रगति बहुत खराब पाई गई। निर्देश दिया गया कि जून के तक तक चारों निर्माणाधीन पशु शेड एवं भूसा रखने हेतु गोदाम का कार्य प्रत्येक दशा में पूर्ण कराया जाय। इस हेतु कार्यदायी संस्था एवं ठेकेदार के साथ बैठक कराने के निर्देश मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दिये गये।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अस्थाई गोसंरक्षण केन्द्र टडवा महंथ गोसंरक्षण केन्द्र निरीक्षण के दौरान पशुओं की संख्या 341 बताई गई, जिसमें 04 पशु बीमार पाये गये। पशुओं के लिए भूसा संरक्षित किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान यह अवगत कराया गया कि पशुओं के चारा बुवाई कराने वाली जमीन पर ग्राम के किसी व्यक्ति का अनाधिकृत कब्जा किया गया है। जिस पर उन्होने उप जिलाधिकारी इकौना को तत्काल अतिक्रमणमुक्त कराने के निर्देश दिये। उपायुक्त स्वतः रोजगार/खण्ड विकास अधिकारी इकौना को निर्देश दिया कि भूमि खाली होने पर तत्काल हरे चारे की बुवाई सुनिश्चित की जाए। अस्थाई गो-आश्रय स्थल अकबरपुर के निरीक्षण के दौरान ज्ञात हुआ कि गौशाला में 102 नर तथा 146 मादा कुल 248 पशुओं को संरक्षित किया गया है। इस दौरान उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि 48 पशुओं के सुर्पुदगी की कार्यवाही की जा रही है। पशुओं के लिए हरा चारा की व्यवस्था की गई है। भूसा गोदाम में एकत्र किया गया है, परन्तु इस गौशाला में भी मादा पशुओं के बच्चों को अलग रखने की व्यवस्था नहीं है, जिसे तत्काल सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये। गौशाला की पंजिका का अवलोकन किया गया। जिसमें पाया गया कि कुल टैग किये गये पशुओं में जिन पशुओं की मृत्यु हो जा रही है, उनका नियमित अंकन टैग पंजिका में नहीं किया जा रहा है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि किस टैग नम्बर के पशु की मृत्यु हो गई है। इसे तत्काल ठीक करने के निर्देश उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी इकौना को दिये गये। निरीक्षण के दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. जयइन्द्र सिंह, खण्ड विकास अधिकारी इकौना रविन्द्रनाथ चतुर्वेदी, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं डा. योगेन्द्र, पशु चिकित्साधिकारी तिलकपुर उपस्थित रहे।

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