Lucknow News : शिक्षक भर्ती मामले में विपक्ष की कोशिश रही नाकाम, शिक्षकों की कमी की होगी भरपाई : सतीश द्विवेदी

-कहा, सरकार का प्राथमिक विद्यालयों के पठन-पाठन में सुधार पर रहा है जोर
-अब और बढ़ेगी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता

लखनऊ (हि.स.)। विपक्ष की हमेशा कोशिश रही कि शिक्षकों की भर्ती को किसी तरह रोका जाय। योगी सरकार शुरू से ही पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के पक्षधर रही है लेकिन विपक्ष को यह पच नहीं पा रहा था। इस कारण वे साजिशन किसी तरह इस भर्ती प्रक्रिया को रोकना चाहते थे लेकिन अंतत: सुप्रीम कोर्ट ने भी उत्तर प्रदेश सरकार की भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता को सही माना है। इससे विपक्ष की प्रगति पथ को रोकने की कोशिश नाकाम हो गयी है। अब जल्द ही निर्वाचन आयोग की अनुमति के बाद शेष बचे अध्यापकों को नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा। ये बातें उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कही।
वे बुधवार को 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट के आये फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की हमेशा से मंशा रहा है कि प्राथमिक विद्यालयों में उच्च स्तरीय शिक्षा व्यवस्था हो। इसमें हम बहुत हद तक सफल भी हैं लेकिन गरीबों को अच्छी शिक्षा मिले, यह कुछ लोगों को हजम नहीं हो रहा था। उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार से विशेष वार्ता में कहा कि इस कारण वे शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयास में बार-बार व्यधान डाल रहे थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट से भी उन्हें करारी मात मिली। इससे शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया का रास्ता साफ हो गया है।
उन्होंने कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में न्यायालय के आदेश के अधीन ही हम 31227 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दे चुके हैं। शेष बचे शिक्षकों को निर्वाचन आयोग की अनुमति मिलते ही तुरंत नियुक्ति पत्र दे दिया जायेगा। इससे विद्यालयों में शिक्षकों की कमी की भरपाई बहुत हद तक पूरी हो जाएगी।

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